‘इस्लामिक स्टेट’ के आतंकवादियों द्वारा भोपाल में बमविस्फोट करने का षड्‌यंत्र सामने आया !

हिन्दुओं के प्राणों पर आघात करनेवाला जिहादी आतंकवाद नष्ट करने के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करें !

केरल के मल्लपुरम में पी.एफ.आई. के जिहादी कार्यकर्ताओं के घरों पर मारे गए छापे !

प्रतिबंधित पी.एफ.आई. के जिहादी कार्यकर्ताओं की कार्यवाहियां आज भी चल रही हैं । इस कारण पी.एफ.आई. पर केवल प्रतिबंध लगाना उपयोगी न होकर उसकी जडों को खोदना आवश्यक है !

मालेगाव (महाराष्ट्र) से ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’से (‘पी.एफ.आइ.’से) संबंधित संदिग्ध व्यक्ति नियंत्रण में !

इससे पूर्व ‘एन.आइ.ए.’के अधिकारियों द्वारा छापा डालकर ‘पी.एफ.आइ.’से संबंधित कुछ जिहादी कार्यकर्ताओं को बंदी बनाया गया था । तदुपरांत आतंकवादी संगठनों को सहायता करने के लिए बीच के काल में भी एक को बंदी बनाया गया है ।

कोयंबटूर (तमिलनाडु) में हुए बम विस्फोट प्रकरण में और एक आतंकवादी को बंदी बनाया

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एन.आई.ए.) के अधिकारियों ने बताया कि, इद्रीस ने उसके साथियों सहित आक्रमण करने का षडयंत्र रचा था ।

इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी को तमिलनाडु से बंदी बनाया !

आतंकवादियों में ऐसा डर बैठे, ऐसी कार्यवाही न होने से ही उनका मनोबल बढता है और वे बार-बार विध्वंसक काम करने के लिए तत्पर रहते हैं !

पी.एफ.आई. के जिहादी आतंकवादी उस्मान सुल्तान खान को बिहार के मदरसे से बंदी बनाया गया !

जिहादी आतंकवादियों का मदरसों में छिपकर बैठने की बात अनेकों बार सामने आई है । मदरसों में अनेक अवैध काम होने की बात भी बार-बार सामने आती है । ऐसा होते हुए भी सरकार भारत के मदरसों को ताले क्यों नहीं लगाती, ऐसा प्रश्न राष्ट्रप्रेमियों के मन में आ रहा है !

कश्मीर में इस वर्ष अबतक पथराव की एक भी घटना नहीं !

अभिनंदनीय है कि पथराव की एक भी घटना नहीं हुई है, परंतु इससे आगे बढकर कश्मीर की जिहादी मानसिकता नष्ट करने का  प्रयास हो, तो वहां का आतंकवाद जड से समाप्त होगा !

खालिस्तानी समर्थक अवतार सिंह खांडा की ब्रिटेन में मृत्यु 

भारतीय तिरंगे के अपमान के प्रकरण में था आरोपी ।

पाटलिपुत्र (बिहार) के पारस चिकित्सालय में ढाई वर्ष से कार्यरत फारूकी नामक बनावटी (नकली) डॉक्टर पदच्युत !

यदि केंद्रीय अन्वेषण विभाग ने इस विषय में जानकारी नहीं दी होती, तो यह डॉक्टर वैसे ही कार्यरत रहा होता ! इसलिए उसे नौकरी पर रख कर रोगियों का जीवन संकट में डालनेवाले चिकित्सालय के व्यवस्थापन की जांच कर दोषी अधिकारियों पर भी कडी कार्यवाही होना आवश्यक !

६ राज्यों में १२२ स्थानों पर एन.आई.ए. द्वारा छापेमारी !

जिहादी आतंकवादी और नशीले पदार्थों की तस्करी के विरोध में हुई कार्यवाही के अंतर्गत ये छापे मारे गए ।