राजधानी देहली में इस्लामिक स्टेट के तीन आतंकवादियों के छिपने की सूचना !

राजधानी में गुप्तचर तंत्र द्वारा इस्लामिक स्टेट के तीन आतंकवादियों के छिपने की सूचना प्राप्त होने के कारण केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा (‘एन.आइ.ए.’की ओर से) अनेक स्थानों पर छापेमारी की जा रही है ।

ब्रिटेन ने १२ खालिस्तानी आतंकियों को बंदी बनाया तथा ४० लोगों का विजा रद्द !

यह भारत की विदेश नीति की ही विजय है । भारत को इसी प्रकार आक्रामक नीति अपना कर खालिस्तानियों को आश्रय देनेवाले देशों पर दबाव डालने से भारत के लिए खालिस्तानियों को भय दिखाना संभव होगा !

कनाडा के खालिस्तानी आतंकियों को भारत के गुंडों से मिले करोडो रुपए

इन खालिस्तानियों को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए अब भारत को दृढ निश्चय कर लेना चाहिए !

फरार हुए १९ खलिस्तानी आतंकवादियों की संपत्ति होगी अधिग्रहित !

‘सिख फॉर जस्टिस’, खलिस्तानी आतंकी संगठन के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्ति अधिग्रहित (जब्त)करने के उपरांत राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एन.आई.ए.) ने अब भागे (फरार) हुए अन्य खलिस्तानी आतंकवादियों की सूची बनाई है । इसमें १९ आतंकवादी समाविष्ट हैं ।

ब्रिटेन के भारतीय दूतावास पर आक्रमण करनेवाले १९ खालिस्तानियों को पहचान लिया गया है !

राष्ट्रीय जांच एजेंसी दल कनाडा जाएगा !

मंदिरों का पैसा लूटकर जिहादियों को आपूर्ति करने का जिहादियों का षड्‌यंत्र उजागर !

केरल में ‘इस्लामिक स्टेट’ के आतंकवादी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश में ८ स्थानों पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी के छापे

नक्सलवादियों को आर्थिक सहायता किए जाने का प्रकरण !

‘इस्लामिक स्टेट’ के आतंकवादियों द्वारा भोपाल में बमविस्फोट करने का षड्‌यंत्र सामने आया !

हिन्दुओं के प्राणों पर आघात करनेवाला जिहादी आतंकवाद नष्ट करने के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करें !

केरल के मल्लपुरम में पी.एफ.आई. के जिहादी कार्यकर्ताओं के घरों पर मारे गए छापे !

प्रतिबंधित पी.एफ.आई. के जिहादी कार्यकर्ताओं की कार्यवाहियां आज भी चल रही हैं । इस कारण पी.एफ.आई. पर केवल प्रतिबंध लगाना उपयोगी न होकर उसकी जडों को खोदना आवश्यक है !

मालेगाव (महाराष्ट्र) से ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’से (‘पी.एफ.आइ.’से) संबंधित संदिग्ध व्यक्ति नियंत्रण में !

इससे पूर्व ‘एन.आइ.ए.’के अधिकारियों द्वारा छापा डालकर ‘पी.एफ.आइ.’से संबंधित कुछ जिहादी कार्यकर्ताओं को बंदी बनाया गया था । तदुपरांत आतंकवादी संगठनों को सहायता करने के लिए बीच के काल में भी एक को बंदी बनाया गया है ।