दिल्ली के रामलीला मैदान में सहस्त्रों किसानों की उपस्थिति में हुई संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत

किसानों पर प्रविष्ट किए गए अपराध वापस न लेने, कर्ज माफी, बिना मूल्य बिजली और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) न दिए जाने के विरोध में यह पंचायत आयोजित की गई थी । इस महापंचायत में ३२ किसान संगठनों के किसान सहभागी हुए थे ।

नेपाल के सर्वाेच्च न्यायालय ने भेजा प्रधानमंत्री प्रचंड को नोटीस !

माओवादी हिंसाचार से संबंधित ५ सहस्र लोगों की मृत्यु का प्रकरण

तमिलनाडू में भाजपा के १३ नेताओं का अण्णाद्रमुक पार्टी में प्रवेश !

तमिलनाडू में भाजपा की सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के १३ नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देकर अण्णाद्रमुक (एआइएडीमके) पार्टी में प्रवेश किया ।

केनिया में स्थानीय नागरिकों द्वारा चीनी व्यापारियों के विरोध में आंदोलन !

चीन जिस देश में जाता है, वहां की अर्थ व्यवस्था पर नियंत्रण करने का प्रयास कर उस देश की अर्थ व्यवस्था को लाचार करने का प्रयास करता है । केनिया में यही हुआ है । भारत में ऐसा होने से पूर्व सरकार को चीनी वस्तुओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए !

ईरान में अभिभावकों ने सरकार के विराध में किए आंदोलन !

ईरान में विद्यालय में शिक्षा लेने वाली ९०० से अधिक छात्राओं को विष दिए जाने का प्रकरण अधिक जटिल होता जा रहा है । देश में कुछ स्थानों पर इस प्रकरण में छात्राओं के अभिभावकों ने आंदोलन किया ।

भारत, हिन्दू समाज एवं प्रधानमंत्री के विषय में विद्वेष फैलानेवाले ‘बीबीसी’ पर कठोर कार्यवाही करें !

‘बीबीसी न्यूज’ ने अपने एक लघु चलचित्र में वर्ष २००२ में गुजरात में हुआ दंगा तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विषय में झूठी जानकारी प्रसारित की है ।

हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा झारखंड में आंदोलन

हिन्दुओं की श्रद्धा को पैरों तले कुचलनेवालों के विरोध में हिन्दू राष्ट्र-जागृति आंदोलन के अंतर्गत गांधी चौक, सिटी सेंटर, सेक्टर ४, स्टील सिटी बोकारो में भी आंदोलन किया गया । ‘प्रभु श्रीराम का अपमान, नहीं सहेगा हिन्दुस्तान’ आदि नारे लगाए गए ।

‘रामचरितमानस’ ग्रंथ का अनादर करनेवाले स्वामी प्रसाद मौर्या को बंदी बनाएं ! – हिन्दुत्वनिष्ठ

उत्तर प्रदेश के समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि ‘रामचरितमानस’ यह ‘बकवास’ ग्रंथ है, तो दूसरी ओर बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर यादव ने मांग की है कि ‘रामचरितमानस’ द्वेष फैलानेवाला ग्रंथ है और इसलिए उसे प्रतिबंधित किया जाए ।

झारखंड एवं उत्तर प्रदेश में ज्ञापन सौंपा गया !

हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा वाराणसी जिलाधिकारी को निवेदन दिया गया ।