अमेरिका-केंद्रित विश्व इतिहास में नीचे जाएगा ! – रूस

भविष्य में विश्व अनेक समस्याओं से त्रस्त हो सकता है !

गुना (मध्य प्रदेश) में शिकारियों की गोलीबारी में ३ पुलिसकर्मियों की मौत

देश में शिकार पर पाबंदी है फिर भी शिकारी शिकार भी करते हैं और उनका विरोध करने वाली पुलिस को भी मारते हैं, यह लज्जा की बात है !

केंद्र सरकार हर वर्ष २१ मई को ‘आतंकवाद विरोधी दिवस’ के रूप में मनाएगी!

‘आतंकवाद विरोधी दिवस’ नहीं अपितु ‘आतंकवाद नष्ट किया दिवस’ मनाना महत्वपूर्ण है । उस दिशा में प्रयास किए जाने चाहिए। कश्मीर में अभी तक आतंकवाद समाप्त नहीं हुआ है । वहां अभी भी हिंदू मारे जा रहे हैं, इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है !

पुलवामा में आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में पुलिस सिपाही मारे गए

(जिहादी आतंकवादी पुलिस एवं प्रशासन को यही दिखाना चाहते हैं कि कश्मीर में अब हमारा ही राज है । सरकार ध्यान रखे, ‘‘जब तक पाक को नष्ट किया नहीं जाता, तब तक आतंकवाद नष्ट करना कठिन है’’ ! – संपादक)

केंद्र और राज्य सरकार हमारी रक्षा करने में असमर्थ !

हिन्दुओं को लगता है कि केंद्र में विगत ८ वर्षाें से भाजपा की सरकार होते हुए एवं धारा ३७० हटाने के पश्चात भी कश्मीर में आज भी हिन्दू असुरक्षित ही हैं, यह वस्तुस्थिति है और कश्मीरी हिन्दुओं का क्रोध आवश्यक है !

न्यायालय ने मथुरा के शाही ईदगाह मस्जिद के सर्वेक्षण से संबंधित मांग की याचिका स्वीकार कर ली है !

वाराणसी, यहां के न्यायालय में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण के उपरांत मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर शाही ईदगाह मस्जिद का भी सर्वेक्षण एवं चित्रीकरण की मांग से संबंधित याचिका प्रविष्ट की गई थी, जिसे न्यायालय ने स्वीकार कर ली है ।

तृणमूल कांग्रेस के नेता के बेटे को बनाया बंदी !

तृणमूल कांग्रेस दल के अनेक कार्यकर्ता बम बनाने से लेकर हत्या करने जैसे अनेक अपराथों में सम्मिलित होने की बात समय-समय पर सिद्ध हुई है । पार्टी पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए !

मोहाली (पंजाब) – यहां के ग्रेनेड आक्रमण की घटना में खालिस्तानी आतंकवादी को बंदी बनाया

पंजाब में बढ़ते खालिस्तानी आतंकवाद को नष्ट करने के लिए केंद्र सरकार को अभी से ऐसे आतंकियों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए !

राजस्थान में अनुसूचित जाति के लोगों के लिए निःशुल्क आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन !

जब ऐसे शिविर सभी के लिए उपयुक्त हैं, तो फिर वो सभी के लिए क्यों नहीं आयोजित किए जाते हैं ?

कर्नाटक में मस्जिदों पर लगे भोंपुओं के विरोध में श्रीराम सेना द्वारा हनुमान चालीसा पठन !

१ सहस्र मंदिरों से भोंपुओं द्वारा प्रातः ५ बजे हनुमान चालीसा पठन !