हापुड (उत्तर प्रदेश) – वर्ष २०२० में राजधानी देहली में धर्मांधों द्वारा दंगे किए गए थे । इन दंगों में धर्मांधों को हथियार उपलब्ध कराने का काम उत्तर प्रदेश के मेरठ के एक समूह द्वारा किए जाने की जानकारी पुलिस को मिली थी । इन दंगों में सहभागी हुए धर्मांधों को हथियार उपलब्ध कराने के लिए एक वॉट्सएप समूह बनाया गया था । इस प्रकरण में खिजर, जमशेद और नौखेज को बंदी बनाया गया है । इस समूह का प्रमुख बाबू वसीम फरार है । पुलिस द्वारा पकडे गए तीनों के पास से अवैध हथियार जप्त किए गए हैं । वसीम को पकडने के लिए पुलिस ने खोज मुहिम हाथ में ली है ।
Police bust Babu Wasim gang with arrest of 3 illegal arms suppliers.They used to supply illegal pistols in Delhi NCR. Probe revealed that it was this same gang which supplied a pistol to Shahrukh who had pointed a gun at a policeman during anti-CAA protest in Delhi: SP Hapur, UP pic.twitter.com/I2lR1oTYyZ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 7, 2023
मेरठ में हथियार उपलब्ध कराने वाले समूह की जानकारी मिलने पर कुछ पुलिसवाले स्वयं की पहचान छुपाकर इस वॉट्सएप समूह में जुड गए । ‘हमें हथियार खरीदने हैं’, ऐसी मांग इन पुलिसवालों ने की । हथियार खरीदने के लिए इन समूह के लोगों ने पुलिसवालों को हापुड में बुलाया । उस समय पुलिस ने इन तीनों को बंदी बनाया ।