केशकर्तनालय (हेयर कटींग सैलून) के मालिक युसूफ ने थूक लगाकर किया ग्राहक के चेहरे का मसाज
ऐसी घटनाओं के विषय में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस आदि मुसलमानप्रेमी दल कुछ नहीं बोलते !
ऐसी घटनाओं के विषय में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस आदि मुसलमानप्रेमी दल कुछ नहीं बोलते !
देश में केवल एक ही मुस्लिम नेता ऐसा कहना चाहता है, इससे देश में अल्पसंख्यक मानसिकता पर ध्यान दें !
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले की कुछ प्रमुख ऐतिहासिक भवनों पर अधिकार के दावे को मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड द्वारा जारी किए गए आदेश को मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने निरस्त कर दिया
सरमा ने फेसबुक लाइव के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि असम, बंगाल तथा झारखंड में हिन्दू समुदाय का अपने भविष्य को लेकर चिंतित होना स्वाभाविक है ! मैं चाहता हूं कि आगामी १० से १५ वर्ष में वहां ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो ।
जमात-ए-इस्लामी और सभी कट्टरवादी शक्तियां अपनी क्रूरता दिखा रही हैं । ऐसी किसी भी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए । इसे सहन नहीं किया जाएगा । विश्व को हिन्दुओं की शक्ति दिखानी पडेगी !
हिन्दुओ, उच्च न्यायालय के एक न्यायमूर्ति के ऐसे गंभीर वक्तव्य से आप वक्फ बोर्ड के नाम पर चल रहे ‘लैंड जिहाद’ की भीषणता की कल्पना कर सकते हैं ! आपके स्थानीय सांसदों से मिलकर उन्हें वक्फ कानून निरस्त करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव डालने के लिए बताएं !
आज पडोस के देशों में चुन चुन कर हिन्दुओं की हत्या की जा रही है । मठ एवं मंदिर तोडे जा रहे हैं । सनातन धर्म की रक्षा हेतु इतिहास से सीख कर, संगठित होकर जिद से काम करना होगा, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेश का नाम लिए बिना ऐसा वक्तव्य किया ।
खुर्शीद पहले कट्टर मुसलमान हैं एवं फिर कांग्रेसी। इसलिए उनके मुंह से देशविरोधी बयान न निकले, यह आश्चर्य की बात है। यदि बांग्लादेश जैसी स्थिति भारत में नहीं आने देनी है, तो ऐसे लोगों को देशद्रोह के आरोप में कारावास में डाल देना चाहिए !
विश्व में ५७ इस्लामी देश हैं । शेख हसीना ने वहां आश्रय नहीं लिया अथवा किसी भी इस्लामी देश ने शेख हसीना को आश्रय नहीं दिया । ऐसा क्यों ? कृपया विचार करें, ऐसा विधान उत्तर प्रदेश की जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के विधायक राजा भैया ने किया है ।
इसके लिए भारत सरकार पर दबाव बनाना हिन्दू संगठनों के लिए भी उतना ही आवश्यक हो गया है। बांग्लादेश ही नहीं अपितु भारत में भी हिन्दूओं की रक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए !