Green Islam : इमाम नसरुद्दीन उमर के नेतृत्व में इंडोनेशिया में जोर पकड रही है ‘ग्रीन इस्लाम’ मुहिम !

मुसलमान कानून की परवाह नहीं करते, परंतु वे धार्मिक नेताओं की सुनते हैं ! – इंडोनेशियन उलेमा काउंसिल

Indonesia Deport Rohingyas : इंडोनेशिया में रोहिंग्या शरणार्थियों पर स्थानीय लोगों ने किया आक्रमण !

एक इस्लामी देश के लोग अपने ही धर्मबंधुओं को (रोहिंग्या मुसलमानों) खदेड देते हैं; परंतु भारत में घुसपैठिए रोहिंग्याओं को झूठे पहचानपत्र देकर भारत में सम्मिलित कर लेतें हैं, यह लज्जाजनक  !

इस्लामी देश इंडोनेशिया में सुअर का मांस खानेवाली हिन्दू महिला को २ वर्षों का कारावास !

हिन्दू-बहुल भारत में गोमांस खानेवालों को ऐसा दंड कब होगा ?

महिलाओं को पुरुषों के साथ नमाजपठन की अनुमति देने के कारण मौलवी गिरफ्तार !

उन पर इस्लाम का अपमान करने एवं द्वेष फैलाने का भाषण देने का आरोप लगाया गया है ।

मुसलमान ‘मेरी क्रिसमस’ कहकर ‘क्रिसमस’ की शुभेच्छा न दें ! – इंडोनेशिया के मौलवी मारुफ अमीन

हिन्दू धर्म को छोडकर अन्य पंथों के धर्मगुरू उनको उनके पंथानुसार नियमों का पालन करने को बताते हैं । लेकिन हिन्दुओं को सर्वधर्मसमभाव की शिक्षा देने के कारण वे धर्म पालन नहीं करते, बल्कि इसके विपरीत धर्म विरोधी कृत्य करने में स्वयं को धन्य मानते हैं !

नौकरी और व्यवसाय के लिए ३ सहस्र भारतीय युवकों को दिया जाएगा वीजा !

विदेशों से ब्रिटन में पढने आने वाले सभी छात्रों में एक चौथाई अकेले भारत से हैं । साथ ही भारतीय निवेश के कारण पूरे ब्रिटेन में लगभग ९५ सहस्र लोगों को जीविका (नौकरी) भी मिलती है । ऐसा वृत्त सामने आ रहा है कि ब्रिटेन और भारत के मध्य व्यापार समझौते पर अभी भी चर्चा चल रही है ।

इंडोनेशिया में मस्जिदों पर लगे भोंपुओं की आवाज होगी नियंत्रित !

जो संसार में सबसे अधिक मुसलमान जनसंख्या वाले इस्लामी इंडोनेशिया के लिए यह संभव है; वह धर्मनिरपेक्ष भारत के लिए क्यों संभव नहीं होता है ?

इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णों की लड़की इस्लाम त्याग कर हिन्दू धर्म स्वीकार करेगी !

२६ अक्तूबर के दिन सुकमावती हिन्दू धर्म को विधिवत स्वीकार करने वाली हैं । सुकमावती के ३ लडकों ने भी उन्हें इसके लिए अनुमति दी है । सुकर्णों परिवार मूलरुप से हिन्दू था ।

इस्लामी देश इंडोनेशिया में ७० सहस्र मस्जिदों के लाउडस्पीकरों की आवाज न्यून !

लोगों की बढती शिकायतों का परिणाम !
इंडोनेशिया मस्जिद परिषद का निर्णय