मुसलमान ‘मेरी क्रिसमस’ कहकर ‘क्रिसमस’ की शुभेच्छा न दें ! – इंडोनेशिया के मौलवी मारुफ अमीन

(मौलवी अर्थात इस्लाम के धार्मिक नेता)

प्रतिकात्मक छायाचित्र

जकार्ता – मुसलमान ‘मेरी क्रिसमस’ कहकर ‘क्रिसमस’ की शुभेच्छा न दें, ऐसा इंडोनेशिया के मौलवी मारुफ अमीन ने कहा है । एक वृत्तानुसार मौलवी मारुफ अमीन इंडोनेशिया के इस्लामिक संगठन के अध्यक्ष हैं । मौलवी अमीन ने कहा, ‘‘मुसलमानों को उनके अन्य बंधुओं को ‘मेरी क्रिसमस’ की शुभेच्छा देने से दूर करना चाहिए । मुसलमानों के लिए ‘क्रिसमस पार्टी’ अथवा उत्सव में उपस्थित रहना ‘हराम’ (इस्लाम में निषेध) है ।’’

मौलवी ने कुरान का संदर्भ देकर ‘मेरी क्रिसमस’ कहना ‘हराम’ बताया है । क्रिसमस के पहले ‘द इस्लामिक इन्फॉर्मेशन’ द्वारा प्रकाशित की गई एक और रिपोर्ट में ‘क्रिसमस’ सहित कोई भी गैर मुस्लिम त्योहार मनाना इस्लाम में ‘हराम’ है । ईसाई लोग येशू का (भगवान के पुत्र) जन्मोत्सव मनाते हैं । यह इस्लाम के विरोध में है । यह इस्लाम के सबसे बडे दंडनीय अपराधों में से एक है’, ऐसा लिखा गया है । कुरान के आयतों में ‘क्रिसमस’ न मनाने का उल्लेख भी रिपोर्ट में किया गया है ।

संपादकीय भूमिका

हिन्दू धर्म को छोडकर अन्य पंथों के धर्मगुरू उनको उनके पंथानुसार नियमों का पालन करने को बताते हैं । लेकिन हिन्दुओं को सर्वधर्मसमभाव की शिक्षा देने के कारण वे धर्म पालन नहीं करते, बल्कि इसके विपरीत धर्म विरोधी कृत्य करने में स्वयं को धन्य मानते हैं !