बांदा आचे (इंडोनेशिया) – इंडोनेशिया के बांदा आचे राज्य में सैकडों लोगों ने रोहिंग्या शरणार्थियों की छावनियों पर आक्रमण किया । आक्रमण करनेवालों में अधिकांश छात्र थे । लोगों की टोली अपनी ओर आती देखकर रोहिंग्या शरणार्थीं भागने लगे । पुलिस ने कठिन प्रयत्न कर रोहिंग्या शरणार्थियों को बचा लिया । छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा है, ‘राष्ट्राध्यक्ष जोको बिडोडो की सरकार रोहिंग्या शरणार्थियों के विरुद्ध कुछ भी नहीं करती । इन शरणार्थियों के कारण इंडोनेशिया के लोगों के सामने भूख से मरने का संकट आ गया है ।’ संयुक्त राष्ट्र के विवरण (रिपोर्ट) के अनुसार वर्तमान में सर्वाधिक रोहिंग्या निर्वासित मलेशिया एवं इंडोनेशिया, इन दो इस्लामी देशों में पहुंच रहे हैं ।
(सौजन्य : Republic World)
१. समुद्र मार्ग से नौका द्वारा इंडोनेशिया में निरंतर घुसपैठ करनेवाले रोहिंग्या मुसलमानों के विरुद्ध यहां के छात्रों ने बडा आंदोलन किया है ।
२. आंदोलनकारियों ने मांग की है, ‘सरकार को रोहिंग्याओं को तत्काल उनके देश अर्थात म्यानमार भेज देना चाहिए ।’
३. प्रति वर्ष म्यानमार से भगाए गए रोहिंग्या शरणार्थी भिन्न-भिन्न देशों में आश्रय लेने का प्रयत्न करते हैं । पिछले माह अनुमान से २५० रोहिंग्या इंडोनेशिया के बांदा आचे राज्य के समुद्र तट पर नौका से आए थे ।
४. स्थानीय लोगों ने उनको भगा दिया था । इंडोनेशिया के बांदा आचे राज्य में रोहिंग्या मुसलमानों की घुसपैठ के विरुद्ध लोगों में तीव्र रोष है ।
संपादकीय भूमिकाएक इस्लामी देश के लोग अपने ही धर्मबंधुओं को (रोहिंग्या मुसलमानों) खदेड देते हैं; परंतु भारत में घुसपैठिए रोहिंग्याओं को झूठे पहचानपत्र देकर भारत में सम्मिलित कर लेतें हैं, यह लज्जाजनक ! |