Boycott Thook N Urine Jihadist In UP : अन्नपदार्थों में थूक अथवा मूत्र मिलानेवालों का इससे आगे बहिष्कार !

यदि पुलिस ‘थूक जिहाद’ करनेवालों पर समय के रहते ही कार्यवाही करती, तो जनता इस प्रकार का निर्णय न लेती !

Hindu Hatred Coca-Cola : अयोध्या में ‘कोका कोला’ कंपनी के कर्मचारियों की कलाई से लाल धागे बलपूर्वक काटे गए !

यह १०० करोड हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक ! अब तो सरकार को इस विदेशी कंपनी पर देश में प्रतिबंध लगाना चाहिए ।

Rail Jihad In Kanpur : कानपुर (उत्तर प्रदेश) में रेल पटरियों पर मिला छोटा सिलेंडर !

यह ‘रेल जिहाद’ का प्रकार है तथा जब तक देश में जिहादी मानसिकतावाले हैं, तब तक देश में इस प्रकार के जिहाद होते ही रहेंगे । जिहादी मानसिकता नष्‍ट करने हेतु भारत को चीन का आदर्श लेना चाहिए !

तिरुपति का प्राणियों की चरबीयुक्त प्रसाद ग्रहण किए श्रद्धालुओं को प्रायश्चित करना संभव होगा !

काशी विद्वत कर्मकांड परिषद ने घोषित किया प्रायश्चित !

Fire In Kashi Vishwanath Temple : काशी विश्‍वनाथ मंदिर में प्रातः आरती के समय ‘शॉर्ट सर्किट’ के कारण लगी आग आग !

इस आग के कारण श्रद्धालुओं का देवदर्शन रुक गया । इससे श्रद्धालु जन लगभग १ घंटा देवदर्शन नहीं कर सके ।

UP Flood : उत्तर प्रदेश में वर्षा के कारण २१ जिलों के २३५ गांव पानी के नीचे : ४ लाख लोग प्रभावित !

वाराणसी की गंगानदी संकटकारी चिन्ह से केवल ४४ से.मी. दूर है । ८५ घाट एवं २ सहस्र छोटे-बडे मंदिर पानी के नीचे गए हैं ।

Hindu Marriage Allahabad High Court : हिन्दू विवाह किसी एक समझौते के समान समाप्त नहीं कर सकते ! – इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय

हिन्दू पद्धति से किया हुआ विवाह धार्मिक संस्‍कारों पर आधारित होता है तथा वह केवल विशिष्‍ट परिस्‍थिति में ही कानूनी पद्धति से किया जाता है ।

Balrampur (UP) Muslims Slogans : (और इनकी सुनिए…) ‘यदि भारत में रहना है, तो ख्‍वाजा ख्‍वाजा बोलना होगा !’

मुसलमानबहुसंख्यक क्षेत्र में अल्‍पसंख्‍यक हिन्दुओं की दुःस्थिति ! हिन्दुबहुसंख्यक देश में अल्‍पसंख्‍यक धर्मांध मुसलमान उद्दाम हो गए हैं । उन्हें सरकार कब सबक सिखाएगी ?

गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) में रेलवे लाइन पर रखी लकडी रेल के इंजन में घुस गई !

इन आरोपियों को आजीवन कारावास का दंड दिया जाना चाहिए !

Krishna Janmabhoomi : हिन्दुओं की याचिका पर अलाहाबाद उच्च न्यायालय में सुनवाई होगी !

श्रीकृष्ण जन्मभूमि प्रकरण में सर्वोच्च न्या‍यालय ने अलाहाबाद उच्च न्यायालय की सुनवाई को स्थगिति देना स्वीकार नहीं किया