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(ख्वाजा अर्थात स्वामी, मालिक अथवा गुरु)
बलरामपुर (उत्तर प्रदेश) – मोहम्मद पैगंबर के जन्मदिवस के अवसर पर बलरामपुर जिले के उट्रौला नामक मुसलमानबहुसंख्यक बाजार में धर्मांध मुसलमानों ने जुलूस निकाला था । यह जुलूस हिन्दू व्यापारियों द्वारा निर्मित गणेशोत्सव मंडप के सामने आने पर धर्मांध मुस्लिमों ने मंडप के सामने रुकते हुए हरे ध्वज फहराए । उस समय ‘यदि भारत में रहना है, तो ख्वाजा ख्वाजा कहना होगा’ इसके साथ ही ‘रसूल के गुलाम को मौत भी कबूल है’ (अल्लाह के गुलामों को मृत्यु भी स्वीकार है), ‘फिलिस्तीनी मुस्लिम जिंदाबाद’, ‘मस्जिद-ए-अक्सा जिंदाबाद’ (जेरूसलेम स्थित मस्जिद) ऐसे नारे लगाए । पुलिस के सामने ही नारेबाजी की गई ।
‘If you want to live in India, you need to say Khwaja Khwaja’. – Fanatical Mu$l!m$ pass slogans in front of the Ganesh Mandal during Eid Milad-un-Nabi procession
📍Balrampur (Uttar Pradesh)
▫️Police arrested bigots, but had to release them soon after.
👉 This is what Hindus… pic.twitter.com/1w6STgrPr6
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) September 17, 2024
इस घटना का वीडियो भी सामाजिक माध्यमों द्वारा प्रसारित हुआ है । पुलिस निरीक्षक संजय दुबे ने नारेबाजी करनेवालों में से कुछ लोगों को बंदी बनाया; परंतु मुस्लिमों ने उन्हें छोडने हेतु दबाव निर्माण करने पर दुबे ने उन्हें छोड दिया । (मुस्लिमों के सामने पूंछ पटपटानेवाली पुलिस, हिन्दुओं पर सदैव दबदबा पैदा करती हैं, यह ध्यान में रखें ! – संपादक) मुस्लिमों के इस कृत्य के विरुद्ध सिद्धि विनायक सेवा समिति ने पुलिस में परिवाद प्रविष्ट किया है ।
संपादकीय भूमिकामुसलमानबहुसंख्यक क्षेत्र में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की दुःस्थिति ! हिन्दुबहुसंख्यक देश में अल्पसंख्यक धर्मांध मुसलमान उद्दाम हो गए हैं । उन्हें सरकार कब सबक सिखाएगी ? |