Rail Jihad In Kanpur : कानपुर (उत्तर प्रदेश) में रेल पटरियों पर मिला छोटा सिलेंडर !

  • रेल गाडी पटरियों से उतारने का षड्‍यंत्र

  • देश में ५७ दिनों में २२ वीं घटना

पटरियों पर मिला छोटा सिलेंडर

कानपुर (उत्तर प्रदेश) – रेलगाडियों की दुर्घटना कराने का षड्‍यंत्र निरंतर सामने आ रहा है । कानपुर में ऐसी कुछ घटनाएं अब तक सामने आई हैं । अब कानपुर के प्रेमपुर रेल-स्थानक के समीप जे.टी.टी.एन. गुड्‍स रेलगाडी पटरियों से उतारने का षड्‌यंत्र रचा गया था । यहां पटरियों पर एक छोटा सिलेंडर पाया गया । लोको पाइलट ने (रेल चालक ने) सिलेंडर देखते ही आपातकालीन ब्रेक लगाया तथा सिलेंडर के १० फुट पहले रेलगाडी को रोका ।

१. पुलिस अधिकारियों ने कहा, ‘मालगाडी कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही थी । पटरियों पर रखा हुआ ५ किलो का सिलेंडर खाली था । उत्तर प्रदेश में ३८ दिनों में रेलगाडियां पटरी परसे उतारने का यह ५ वां षड्‌यंत्र हैं । इससे पूर्व ८ सितंबर को कानपुर में भरा हुआ सिलेंडर रखकर कालिंदी एक्‍सप्रेस पटरी से उतारने का षड्‌यंत्र रचा गया था ।

२. देश में पिछले ५७ दिनों में रेल-पटरियों से उतारने का यह २२ वां प्रयास था । इससे पूर्व २० सितंबर को गुजरात के सूरत में रेल-पटरी से छेडखानी की गई थी । इस प्रकरण की जांच राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दी गई है ।’

रेल कानून में सुधार कर उसमें आजीवन कारावास से लेकर फांसी तक के दंड का प्रावधान किया जाएगा !

रेल कानून के विद्यमान प्रावधानों में रेल दुर्घटनाएं कराने का षड्‌यंत्र रचने की बात प्रमाणित होने पर अधिकाधिक १० वर्षों के कारावास एवं दंड का प्रावधान है । अब इस कानून में उप-धारा जोडकर वह देशद्रोह की परिधि में लाने की तैयारियां चल रही हैं । गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार रेल पटरियों पर सिलेंडर रखना यह दुर्घटना घडाने का षड्‌यंत्र है । इस कारण दुर्घटना होकर जानहानि अथवा वित्त हानि होती है, तो अपराधियों के विरुद्ध सामूहिक हत्‍या की धारा भी लगाई जा सकती है । इसके अंतर्गत आजन्म कारावास से लेकर फांसी तक के दंड का प्रावधान हो सकते हैं । इस प्रकरण में कानूनी परामर्श लिए जा रहे हैं । इस संदर्भ में नए प्रावधान शीघ्र ही अधिसूचित किए जाएंगे ।

संवेदनशील स्थानों पर कैमरे बिठाए जाएंगे

रेल बोर्ड के अधिकारियों ने कहा, ‘रेल ट्रैक पर पुलिस एवं गैंगमन का निरीक्षण बढाया गया है । साथ ही आगामी कुछ दिनों में संवेदनशील स्थानों पर कैमरे बिठाए जाएंगे । रेल इंजन पर भी कैमरे बिठाने की योजना है, जिससे प्रत्‍यक्ष निरीक्षण किया जा सके । ऐसी स्‍थिति में पटरी पर बाधा निर्माण होती है, तो चालक पहले ही उसकी जानकारी लेकर गाडी रोक सकता है ।

संपादकीय भूमिका 

यह ‘रेल जिहाद’ का प्रकार है तथा जब तक देश में जिहादी मानसिकतावाले हैं, तब तक देश में इस प्रकार के जिहाद होते ही रहेंगे । जिहादी मानसिकता नष्‍ट करने हेतु भारत को चीन का आदर्श लेना चाहिए !