केरल के प्रसिद्ध चलचित्र निर्माता अली अकबर द्वारा इस्लाम का परित्याग और हिन्दू धर्म की स्वीकृति !

भारत में हिन्दुओं का यह मत है, कि भारत सरकार को भारत में उन मुसलमानों को सहायता और सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए, जो अपने धार्मिक भाइयों के इस प्रकार के विश्वासघाती कृत्यों से रुष्ट होते हैं और हिन्दू धर्म में परिवर्तित होना चाहते हैं !

हिन्दुओं को देवताओं की मूर्तियां स्थापित कर पूजा का अधिकार देने की मांग, न्यायालय ने अस्वीकार की !

अतीत में की गई चूकें, वर्तमान और भविष्य की शांति भंग होने का आधार नहीं बन सकतीं ! ऐसा कह कर साकेत न्यायालय ने ‘प्लेसेस ऑफ वर्शिप १९९१’ इस कानून के आधारे कुतुबमिनार में २७ हिन्दू और जैन मंदिरों में पूजा का अधिकार मांगनेवाली याचिका अस्वीकार की !

कानपुर (उत्त्तरप्रदेश) में हिन्दू धर्म स्वीकारने की इच्छा व्यक्त करने वाले मुसलमान युवक को धर्मांधों ने अमानवीयता से मारा

इस विषय में धर्मनिरपेक्षतावादी, आधुनिकतावादी बोलेंगे क्या या ऐसी घटनाओं में धर्मनिरपेक्षता आदि दिखना आवश्यक नहीं, ऐसा उन्हें लगता है ?

कृष्ण के जन्मस्थान पर आरती की अनुमति अस्वीकार !

हिन्दुओं को लगता है, कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार होने के कारण, हिन्दुओं को यह अनुमति मिलनी चाहिए ! 

देहली की रोहिणी अदालत में देसी बम का विस्फोट

देहली पुलिस के अनुसार न्यायालय में हुआ विस्फोट कम तीव्रता का है। यह एक प्रकार का देसी बम है। घटना स्थल पर सफेद पाउडर जैसी सामग्री फैली होने के विषय में पुलिस को आभास हुआ है।

हेलिकॉप्टर दुघर्टना में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेंटिलेटर पर !

दुर्घटना में एकमात्र बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ४५ प्रतिशत जले होने पर उनका यहां के वेलिंग्टन सैनिक अस्पताल में उपचार चल रहा है। यहां से उन्हे बंगलुरू के वायुसेना अस्पताल में ले जाने की संभावना है।

वर्ष २०२०-२१ में, विदेशों से गैर सरकारी संगठनों को निधि हस्तांतरण में भारी कमी ! – संसद में केंद्र सरकार की जानकारी

विदेशी योगदान (विनियमन) संशोधन अधिनियम २०२०, संसद द्वारा पारित किया गया था और सितंबर २०२० में, विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम २०१० की धारा ७ में संशोधन किया गया था । यह विदेशी योगदान के हस्तांतरण को रोकता है ।”

अनुच्छेद ३७० को निरस्त करने के उपरांत, कश्मीर से एक भी कश्मीरी हिन्दू विस्थापित नहीं हुआ है ! – केंद्र सरकार

अनुच्छेद ३७० के निरस्त होने के उपरांत से अब तक कश्मीर में कितने कश्मीरी हिन्दुओं का पुनर्वसन किया गया है ? कितने लोगों ने वहां भूमि खरीदी है ? इसके आंकडे भी सरकार दे ! हिन्दुओं को ऐसा लगता है !

(कहते हैं) ‘मुगल शासकों ने देश में कई मंदिरों के साथ-साथ, कामाख्या मंदिर को भूमि दान की थी !’ – असम के विधायक अमीनुल इस्लाम का वक्तव्य

कट्टरपंथी इस तरह का झूठा इतिहास बताकर, सच्चे इतिहास को झुठलाने का प्रयास कर रहे हैं ! क्या इसे ’इतिहास जिहाद´कहना चाहिए ? – संपादक