नई देहली : गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संसद में कहा, कि वित्तीय वर्ष २०२०-२१ में गैर सरकारी संगठनों द्वारा प्राप्त विदेशी धन को, उनके संगठनों को हस्तांतरित करने में भारी गिरावट आई है ।
Transfer of foreign funds from NGOs to its associations witness steep fall in FY 2020-21: MoS Home https://t.co/9xbH9Av77l
— TOI India (@TOIIndiaNews) December 7, 2021
१. राय ने कहा कि, “वित्तीय वर्ष २०२०-२१ में, केवल ६९ एनजीओ ने ३८ करोड ९१ लाख रुपये का विदेशी निधि का हस्तांतरण किया । जबकि, वित्तीय वर्ष २०१९-२० में, ७२९ गैर सरकारी संगठनों द्वारा १,३१४ करोड ४० लाख रुपये हस्तांतरित किए गए थे । विदेशी योगदान (विनियमन) संशोधन अधिनियम २०२०, संसद द्वारा पारित किया गया था और सितंबर २०२० में, विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम २०१० की धारा ७ में संशोधन किया गया था । यह विदेशी योगदान के हस्तांतरण को रोकता है ।”
२. एम.आ.ई.एम. सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा, “क्या सरकार द्वारा उठाए गए इन कदमों ने कई गैर सरकारी संगठनों के काम को, विशेष रूप से उनके सामाजिक कार्यों में, स्वास्थ्य क्षेत्र में, साथ ही साथ सामुदायिक विकास और जागरूकता के लिए आधार स्तर पर प्रभावित किया है ?” इस पर नित्यानंद राय ने कहा कि, “प्रतिबंध, किसी भी तरह से, किसी वैध गैर सरकारी संगठन के काम में बाधा नहीं डालते । कोई भी गैर सरकारी संगठन, विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम २०१० और विदेशी अंशदान (विनियमन) नियम २०११ की वैधानिक आवश्यकताओं का अनुपालन करके पंजीकरण का प्रमाण पत्र या पूर्व अनुमोदन प्राप्त करने के लिए स्वतंत्र है । एक वैध गैर सरकारी संगठन, पंजीकरण या पूर्व अनुमति से विदेशी योगदान प्राप्त कर सकता है और अनुमत कार्यों को कर सकता है ।”