राजनीति में सक्रिय लोग मंदिरों के न्यासी नहीं हो सकते !
वैसे तो देवता के भक्तों को ही मंदिर का न्यासी होने का अधिकार दिया जाना चाहिए । अब हिन्दुओं को सरकार और न्यायालय के समक्ष यह मांग मजबूती से करना आवश्यक !
वैसे तो देवता के भक्तों को ही मंदिर का न्यासी होने का अधिकार दिया जाना चाहिए । अब हिन्दुओं को सरकार और न्यायालय के समक्ष यह मांग मजबूती से करना आवश्यक !
देश में सरकार का विरोध करना सही है; परंतु इससे देश के विरुद्ध द्वेष नहीं होना चाहिए, ऑल केरल जमी-इय्याथुल उलेमा के ‘एपी कंथापुरम अबुबकर मुस्लियार’ समूह के छात्र गट की राज्य बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया है ।
ऐसा इसलिए है क्योंकि भारतीय संविधान धर्मनिरपेक्ष है और गत ७५ वर्षों में सर्वदलीय शासकों ने बहुसंख्यक हिन्दुओं पर अत्याचार किया है और मुसलमानों को सिर पर बिठाया है। भारत में हिन्दुओं की स्थिति इस्लामिक देशों में अल्पसंख्यक हिन्दुओं जैसी है !
केरल उच्च न्यायालय के आदेश पर राज्य सरकार की कार्यवाही
बंद के समय की गई थी सरकारी संपत्ति की हानि
गैर-मुसलमानों पर आक्रमण करने के उद्देश्य से उनकी जानकारी जुटा कर बना रहा था सूची !
जिले के ‘मलिक दीनार इस्लामिक काम्प्लेक्स’ में विगत ७ वर्षों से संस्कृत के श्लोक पढाए जाते थे । अब यहां कुछ हिन्दू ग्रंथों को भी समाहित किया गया है, उनमें श्रीमद् भगवद्गीता भी है ।
केंद्र सरकार को, नंबी नारायणन को मिथ्या आरोपों में फंसाने वालों को ढूंढ़ने का प्रयत्न करना चाहिए और उनके विरुद्ध देशद्रोह का प्रकरण प्रविष्ट कर उन्हें मृत्यु दंड दिलाने का प्रयत्न करना चाहिए !
साम्यवादियों ने भारत के इतिहास को नकारा है और जहां संभव होता है उस व्यासपीठ से हिन्दू विरोधी और अल्पसंख्यकों की चमचागिरी करने का प्रयास किया । इसी कारण इस प्रकार के वक्तव्य करना, यह साम्यवादियों का वैचारिक आतंकवाद है !
कम्युनिस्टों के राज्य में ऐसा हो तो आश्चर्य क्या ? प्रधानमंत्री के चेहरे की मूर्ति बनाना मोदी द्वेषमूलक !
मंदिरों की यह निधि हिन्दू धर्मप्रचार, धर्मरक्षा तथा धर्मशिक्षा के लिए व्यय (खर्च) होना आवश्यक है; परंतु मंदिरों के सरकारीकरण के कारण यह कभी संभव नहीं होगा; इसलिए हिन्दुओं के मंदिर सरकारीकरण से मुक्त करने हेतु संगठित होकर प्रयास करने चाहिए !