बांग्लादेश में, हिन्दू मंदिर में कुरान रखने का प्रयत्न कर रहे कट्टरपंथी को बंदी बनाया गया !

क्या धर्मनिरपेक्षतावादी और हिन्दुओं को असहिष्णु मानने वाले इसके संबंध में कुछ बोलेंगे ?

बांग्लादेश की यात्रा पर स्थित पाकिस्तानी क्रिकेट संघ द्वारा अभ्यास के समय पाकिस्तान का ध्वज लगाए जाने का हो रहा है विरोध !

क्रिकेट शृंखला को रद्द करने की मांग

बांग्लादेश में २०० से अधिक धर्मांधों की ओर से पुन: आक्रमण

बांग्लादेश के नौआखाली में शुक्रवार की नमाज के बाद इस्कॉन के एक मंदिर पर २०० से अधिक धर्मांधों ने आक्रमण कर इस्कॉन के दो साधु निताई दास प्रभु और जतन दास प्रभु, साथ में भक्त पार्थ दास की हत्या कर दी ।

(कहते हैं) ‘बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हुए आक्रमणों में, मंदिरों की तोडफोड एवं बलात्कार की घटनाएं हुई ही नहीं !’ – बांग्लादेश के विदेश मंत्री

बांग्लादेश सरकार अपनी लज्जा बचाए रखने के लिए इस प्रकार का असत्य दावा कर रही है, यह बताने के लिए किसी विशेषज्ञ की आवश्यकता नहीं है । जो विश्व ने देखा है, उसे सीधे अस्वीकार करना असत्यता ही है । हिन्दुओं को लगता है, कि भारत को विश्व समिति से इसकी जांच की मांग करनी चाहिए, जिससे सत्य संसार के सामने आ जाएगा !

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हुए आक्रमणों के प्रकरण में, मुख्य सूत्रधार सहित ६८३ व्यक्तियों को बंदी बनाया गया !

ऐसे व्यक्तियों को कठोर दंड मिले, इसलिए, भारत को बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाना चाहिए !

बांग्लादेश में हिन्दू-विरोधी हिंसा के प्रकरण में एक और सूत्रधार बंदी !

अब तक अनुमानित ६०० व्यक्तियों को बंदी बनाया गया !

हिन्दू विरोधी अभिनेताओं का एक समूह हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करता है ! – भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगडे

हिन्दू विरोधी विज्ञापन के कारण हेगडे का सिएट टायर कंपनी को पत्र

बांगलादेश में रोहिंगिया निर्वासितों की छावनी पर हुई गोलीबार में ७ लोगों की मृत्यु

इस आक्रमण के पीछे का कारण २ रोहिंग्या समूहों के बीच का संघर्ष बताया जा रहा है । अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए छावनी में छापे मारे जा रहे हैं ।

वर्ष २०५० में बांगलादेश में हिन्दू नहीं बचेंगे ! – बांगलादेशी लेखिका की पुस्तक में दावा

यह स्थिति आने से पहले भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करें, जिससे विश्वभर के हिन्दुओं की रक्षा की जा सकती है !

बांगलादेश में पिछले ४० वर्षों में हिन्दुओं की जनसंख्या में ५ प्रतिशत कमी !

पिछले ४ दशकों में इस ओर ध्यान ना देने वाले भारत की सभी पार्टियों के शासनकर्ताओं के लिए यह लज्जास्पद ! अब तो सरकार बांगलादेश के हिन्दुओं के लिए कुछ करेगी क्या ? ऐसा प्रश्न हिन्दुओं के मन में निर्माण होता है !