कथित धर्मनिरपेक्ष होने वाली सत्ताधारी अवामी लीग के राज्य में हिन्दू असुरक्षित !
पिछले ४ दशकों में इस ओर ध्यान ना देने वाले भारत की सभी पार्टियों के शासनकर्ताओं के लिए यह लज्जास्पद ! अब तो सरकार बांगलादेश के हिन्दुओं के लिए कुछ करेगी क्या ? ऐसा प्रश्न हिन्दुओं के मन में निर्माण होता है ! – संपादक
नई दिल्ली – पिछले ४० वर्षों में बांगलादेश में हिन्दुओं की जनसंख्या ५ प्रतिशत घटकर यह अब ८.५ प्रतिशत रह गई है । बांगलादेशी हिन्दू बडी संख्या में भारत को पलायन कर रहे हैं । प्रधानमंत्री शेख हसीना स्वयं की पहचान ‘धर्मनिरपेक्ष’ बताकर हिन्दूओं को संरक्षण देने का आश्वासन देती आई हैं; परंतु वर्तमान में हिन्दुओं पर हुए आक्रमणों की घटनाएं रोकने में उन्हें सफलता नहीं मिली । पारंपरिक हिन्दू मतदाता यह बांग्लादेश में सत्ताधारी अवामी लीग का पहले से समर्थक है । ऐसा होने पर भी, अवामी लीग २००९ से सत्ता में रहने पर भी हिन्दुओं पर सतत आक्रमण हो रहे हैं ।
बांग्लादेश में लगातार घट रही हिंदुओं की आबादी #Bangladesh https://t.co/mOp0f2CcMa
— AajTak (@aajtak) October 21, 2021
सोशल मीडिया के माध्यम से इस्लाम विरोधी पोस्ट कर उसका ठीकरा हिन्दुओं पर फोड़कर आक्रमण करने का षडयंत्र !
बांगलादेश में गणसमिति आंदोलन के जुनैद साकी ने कहा कि, सत्ताधारी अवामी लीग पार्टी अल्पसंख्यकों को, उसमें भी हिन्दुओं को संरक्षण देने की केवल बातें करती है; परंतु प्रत्यक्ष में देश में ऐसा दिखाई नहीं देता है । हिन्दुओं पर आक्रमण करने की एक विशेष पद्धति दिखाई देती है । सोशल मीडिया पर कुछ प्रसारित कर उसे इस्लाम विरोधी ठहराया जाता है । इसके बाद कट्टरवादी समूह हिन्दुओं पर आक्रमण करने का आदेश देता है और इसके बाद आक्रमण किए जाते हैं । यह बात अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय को भी ध्यान में आ गई है । राजनीतिक स्तर पर हिन्दुओं की उपेक्षा होती है ।
गुनाह प्रविष्ट होने के बाद भी कार्यवाही नहीं होती !
‘बांगलादेश हिन्दू, बुद्धिस्ट, क्रिश्चियन युनिटी काउन्सिल’ इस बांगलादेशी अल्पसंख्यांक संगठन के राणा दासगुप्ता ने कहा कि, पलायन के कारण हिन्दुओं की संख्या अल्प हो रही है । पिछली सरकार के समय हिन्दुओं पर आक्रमण होने के बाद गुनाह प्रविष्ट नहीं होते थे । सरकार की ओर से केवल गुनाह प्रविष्ट करने का आदेश दिया जाता था । अब अवामी लीग की सरकार के समय दोषियों के विरुद्ध गुनाह प्रविष्ट हो रहे हैं; परंतु उनके ऊपर कार्यवाही नहीं होती है ।