बांगलादेश में दुर्गापूजा के मंडप में कुरान रखने वाला ३५ वर्षीय इकबाल हुसैन होने का खुलासा !

‘हिन्दुओं पर कुरान का अपमान करने का बताकर आक्रमण करने वाले धर्मांध अब दुर्गापूजा के मंडप में कुरान रखने वाले उसके धर्मबंधुओं पर आक्रमण करेंगे क्या ?’, ऐसा प्रश्न किसी ने पूछा, तो वो गलत नहीं होगा !

शेख हसीना ने वर्ष २०१६ में हिन्दुओं पर आक्रमण करने वालों के संचालक (मास्टरमाइंड) को चुनाव में दी थी उम्मीदवारी ! – बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन

इससे हसीना के हिन्दुद्वेषी चेहरे का पता चलता है । उनके शासन में हिन्दुओं की रक्षा होना असंभव ही है । इसे देखते हुए अब भारत को पहल कर कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है !

प्रधानमंत्री शेख हसीना धार्मिक हिंसा के विरोध में है, तो उन्होंने ‘लज्जा’ इस कादंबरी पर लगा प्रतिबंध क्यों नहीं हटाया – कादंबरी की लेखिका तस्लिमा नसरीन का प्रश्न

२८ वर्ष पूर्व बांगलादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री खालिदा जिया ने उसपर प्रतिबंध लगाया । यदि अभी की प्रधानमंत्री शेख हसीना धार्मिक हिंसा के विरोध में है, तो उन्होंने पुस्तक पर लगा प्रतिबंध क्यों नहीं हटाया, ऐसा प्रश्न इस कादंबरी की लेखिका तस्लिमा नसरीन ने ट्वीट कर पूछा है ।

बांगलादेश में हिन्दुओं पर धर्मांधों के अत्याचारों की जानकारी देने वाले ‘इस्कॉन’ और ‘बांगलादेश हिन्दू यूनिटी काउन्सिल’ का ट्विटर एकाउन्ट बंद !

ट्विटर की यह दादागीरी नई नहीं है । इसके पहले भी ट्विटर ने हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों और नेताओं के एकाउंट बंद किए थे । ट्विटर की यह दादागीरी नष्ट करने के लिए हिन्दुओं द्वारा समांतर माध्यम निर्माण करने की आवश्यकता हुई है, यही इससे ध्यान में आता है !

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हुए जिहादी आक्रमणों के विरुद्ध, बांग्लादेश तथा भारत के १५ राज्यों में आंदोलन !

हिन्दू जनजागृति समिति सहित ३७ हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का सहभाग !
१३७ स्थानों पर सरकार को निवेदन !

बांग्लादेश में कुल ३३५ मंदिरों पर आक्रमण, तो १ सहस्र ८०० हिन्दुओं के घर जलाए गए ! – ‘विश्व हिन्दू संघ’ की बांग्लादेश शाखा द्वारा जानकारी

बांग्लादेश के कोमिला, चांदपुर, नोआखली, चटगांव, कॉक्स बाजार, फेनी, चपई, नवाबगंज एवं रंगपुर में सर्वाधिक आक्रमण हुए ।

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर आक्रमण करने के आरोप में ४५० कट्टरपंथी बंदी बनाए गए !

प्रधानमंत्री शेख हसीना को अभियुक्तों को कड़ा से कड़ा दंड दिलाने के लिए तत्काल प्रयास करना चाहिए, तभी इस कार्रवाई का कुछ अर्थ निकलेगा, साथ ही हिन्दुओं को जो हानि हुई है, उन्हें उसकी नुकसान भरपाई दी जाए ! 

केंद्र सरकार बांग्लादेश सरकार पर दबाव बढ़ाए ! – विश्व हिन्दू परिषद

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर आक्रमण के प्रकरण !

(कहते हैं) ‘हिन्दुओं ने स्वयं ही उनके मंदिरों और घरों में आग लगाई !’

भारत के हिन्दूद्वेषी प्रसार माध्यम और बांग्लादेश के प्रसार माध्यम एक ही माला के मणि हैं, इसे जान लीजिए !

‘दक्षिण आफ्रिका हिन्दू महासभा’ की ओर से बांग्लादेश में हिन्दुओं पर किए गए आक्रमण की निंदा !

इस निंदा के साथ ही, संपूर्ण विश्व में ऐसी घटनाएं न हों ; इसके लिए हिन्दुओं का प्रभावशाली संगठन खडा करना आवश्यक है । उसके लिए, संपूर्ण विश्व के हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को प्रधानता लेनी चाहिए !