समरसता की सामर्थ्यशील भूमि पर कुंभ मेला उत्सव – स्वामी चिदानन्द सरस्वतीजी महाराज
आध्यात्मिकता, साधना, भारतीय दर्शन, संस्कृति और संस्कारों का प्रत्यक्ष समन्वय, जहां सद्भाव, समरसता और समानता की त्रिवेणी निरन्तर प्रवाहमान है, वही पावन आध्यात्मिक उत्सव है कुंभ मेला ।