गोवा, फोंडा की श्रीमती ज्योति ढवळीकर सनातन के १३२ वें (समष्टि) संतपद पर विराजमान

पू. (श्रीमती) ज्योति ढवळीकर

सनातन आश्रम, रामनाथी, गोवा – बांदिवडे, फोंडा (गोवा) की साधिका श्रीमती ज्योति सुदिन ढवळीकर (आयु ६३ वर्ष) के १३२ वें (समष्टि) संतपद पर विराजमान होने की आनंद वार्ता २४ फरवरी २०२५ को सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी की एक आध्यात्मिक उत्तराधिकारिणी श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी ने दी ।

रामनाथी स्थित सनातन आश्रम में आयोजित एक अनौपचारिक समारोह में यह घोषणा की गई । इस अवसर पर पू. (श्रीमती) ज्योति ढवळीकर के परिवार के कुछ सदस्य और साधक उपस्थित थे । इस अवसर पर सभी का भाव जागृत हुआ । पू. (श्रीमती) ज्योति ढवळीकर ने अपना मनोगत व्यक्त करते हुए कहा, ‘गुरुदेवजी द्वारा आज दिया गया यह प्रसाद मेरे लिए पारस के स्पर्श समान है ।’

गोवा की श्रीमती ज्योति सुदिन ढवळीकर ने वर्ष १९९९ से सनातन के माध्यम से साधना आरंभ की । उनके पति श्री. सुदिन माधव ढवळीकर गोवा के विद्युत मंत्री और पूर्व उपमुख्यमंत्री हैं ।