बहराईच (उत्तर प्रदेश) में धर्मांतरित निर्धन हिन्दुओं की हिन्दू धर्म में वापसी !
हिन्दुओं का धर्मांतरण करनेवालों पर कडी कार्रवाई की जानी चाहिए !
हिन्दुओं का धर्मांतरण करनेवालों पर कडी कार्रवाई की जानी चाहिए !
मणिपुर में हिन्दुओं एवं पिछडी जाति के ईसाइयों में गत कुछ सप्ताह से हो रहा हिंसाचार २८ मई को पुन: भडक उठा । इस दिन राज्य में हुई विविध घटनाओं में एक महिला सहित १० लोगों की मृत्यु हुई ।
प्रेम तथा शांति का संदेश देनेवाले पादरियों का यथार्थ स्वरूप ! इस उदाहरण से ध्यान में आता है कि पूरे भारत में धर्म-परिवर्तन विरोधी कानून पारित करना क्यों आवश्यक है !
हिन्दुओं को ऐसा लगता है कि इस चलचित्र का विरोध करनेवाले जिहादी आतंकवादियों के समर्थक हैं, इसलिए केंद्र सरकार इसका अन्वेषण कर, उनपर कार्यवाही करने का प्रयास करे !
इससे सिद्ध होता है कि साम्यवादी सरकार को हिन्दुओं के मतों का कोईमूल्य नहीं । अब हिन्दुओं को संगठित होकर कम्युनिस्टों पर दबाव डालना चाहिए कि मुगलों का इतिहास दोबारा न पढाया जाए !
फ्रांसिस ने २९ अप्रैल को हंगेरी की यात्रा पर रहते हुए जेसुइट्स में बोलते समय यह आरोप लगाया है । जेसुईट्स रोमन कैथॉलिक चर्च के वरिष्ठ नागरिकों (बुजुर्गों) का एक संघ है ।
ईसाई धर्म प्रचारकों ने यह भी दावा किया कि वे कुछ भी अवैध नहीं कर रहे हैं !
‘आतंकियों का धर्म नहीं होता’, सदैव ऐसा बकवास करनेवालों को इस संबंध में क्या कहना है ?
अवैध चर्च तोडने के विरुद्ध कर रहे थे आंदोलन !
कहा जाता है कि, तोडफोड करनेवाले आदिवासी धर्मपरिवर्तित ईसाई है !
हिन्दू धर्म को त्यागकर ईसाई बनने का हीन कर्म करनेवाले हिन्दुओं की आंखे खोलनेवाली यह घटना है । भारत के ईसाई मिश्नरी भी इस विषय में कुछ बोले !