ब्युटी पार्लर के नाम पर हिन्दुओं का धर्म-परिवर्तन करने की चाह रखनेवाले पादरी के साथ तीन लोगों को बंदी बनाया गया 

बंदी बनाए गए आरोपी

गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – ईसाई धर्म स्वीकारने हेतु फंसाने के प्रकरण में उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने पादरी तथा उसकी पत्नी के साथ तीन लोगों को बंदी बनाया । इस प्रकरण में स्थानीय भाजपा महिला नेता सुनीता आरोरा ने पुलिस में परिवाद प्रविष्ट किया था । इस परिवाद में, ‘मुझे ब्युटी पार्लर में आमंत्रित कर मेरा धर्म-परिवर्तन करने का षड्यंत्र था । वहां जाने पर मेरे गले से श्रीकृष्ण का लोलक (लॉकेट ) निकाल लिया गया । मैं जब ब्युटी पार्लर पहुंची, तब वहां उपस्थित ६ लोग हाथ में पुस्तकें लेकर प्रार्थना कर रहे थे । पादरी इब्राहिम थॉमस लोगों को वहां प्रार्थना के लिए लेकर जा रहे थे । इब्राहिम ने मेरे गले से भगवान श्रीकृष्ण का लोलक (लॉकेट ) निकालने को कहा । इतना ही नहीं, अपितु उसने मुझे मेरे घर के देवी-देवताओं के छायाचित्र निकालने के लिए भी कहा । सुनीता ने ऐसा आरोप लगाया है कि पादरी ने उन्हें ऐसा कहा था कि यह सब करने के उपरांत येशूख्रिस्त का दर्शन होगा ।

सुनीता अरोरा की समझ में आ गया कि यह धर्म-परिवर्तन का प्रकरण  है । अपने कुछ सहयोगियों को घटनास्थल पर बुला कर उनकी सहायता से वे लोग तीनों ही आरोपियों को पकड कर खोडा पुलिस थाना ले गए । पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट कर उन्हें बंदी बनाया । इस प्रकरण में पुलिस आगे का अन्वेषण कर रही है ।

संपादकीय भूमिका 

प्रेम तथा शांति का संदेश देनेवाले पादरियों का यथार्थ स्वरूप ! इस उदाहरण से ध्यान में आता है कि पूरे भारत में धर्म-परिवर्तन विरोधी कानून पारित करना क्यों आवश्यक है !