खार पुलिस थाने के पुलिस उपनिरीक्षक एवं ३ सिपाही निलंबित !

यदि पुलिस ही अपराध करने लगे, तो कानून एवं सुव्‍यवस्‍था की रक्षा कौन करेगा ? ऐसी घटनाएं पुलिसदल के लिए लज्‍जाजनक !

बलात्कार पीडित लडकी की पहचान उजागर करने वाली ‘राजस्थान पत्रिका’ के प्रकाशक, संपादक और पत्रकार को १ वर्ष का कारावास !

आरोपियों का कृत्य लैंगिक अपराधों से बालकों की सुरक्षा अधिनियम (पोक्सो कानून), २०१२ की धारा २३ और भारतीय दंड संहिता की धारा २२८ (अ) इन धाराओं का उल्लंघन करता है, ऐसा कनिष्ठ न्यायालय ने निर्णय में कहा है ।

Namaj : बरेली (उत्तर प्रदेश) में मार्ग पर नमाजपठन करनेवाले मुसलमानों को पुलिस ने हटाया !

मूलत: पूरे देश में ही इस प्रकार की कृति पर प्रतिबंध लगाने हेतु आदेश दिया जाना चाहिए । धार्मिक कृति द्वारा यातायात *में बाधा उत्पन्न कर यदि कोई धर्मनिरपेक्ष देश में जनता को कष्ट पंहुचाता है, तो उस पर कार्यवाही करना आवश्यक है !

वर्षभर में मुंबई में महिलाओं पर अत्‍याचार, विनयभंग एवं पॉक्‍सो अंतर्गत ४ सहस्र ३५१ अपराध पंजीकृत !

१ जुलाई २०२३ से जून २०२४ की समयावधि में विनयभंग के लगभग २ सहस्र २५३ अपराध पंजीकृत किए गए हैं । बलात्‍कार के ९६४ अपराध पंजीकृत किए गए हैं ।

Kolkata Rape-Murder : बलात्कार रोकने के लिए बंगाल सरकार बनाएगी नया कानून

बंगाल सरकार के मंत्रिमंडल ने बलात्कार रोकने के लिए कठोर दंड देने के प्रावधान वाला नया विधेयक लाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है । यह विधेयक अगले सप्ताह विधानसभा में लाया जाएगा ।

Afghanistan Earthquake : अफगानिस्तान में आए भूकंप का असर देहली तक समझ में आया !

अफगानिस्तान में २९ अगस्त की सुबह भूकंप का बडा झटका लगा है ।

Namibia’s Wildlife Cull : अकाल पीडितों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए नामीबिया करेगा ८३ हाथियों समेत ७२३ वन्य जीवों की हत्या !

मानव को आदिमकाल की ओर ले जानेवाली क्या यही है विश्व की विकास की घुडदौड ?

NCRB Report : भारत में हर ३ घंटे में एक महिला का बलात्कार होता है ! – राष्ट्रीय अपराध पंजीकरण विभाग

यह आंकड़ा देश के लिए लज्जास्पद है। सभी दल के शासक, पुलिस, प्रशासन एवं न्यायव्यवस्था इसमें सुधार के विषय में सोच रहे हैं क्या तथा उसके अनुरूप कार्य किया जा रहा है क्या ?, ऐसा प्रश्न उठता है !

भिलवाडा (राजस्थान) में मंदिर के बाहर गाय की पूंछ फेंकी गई

राजस्थान में भाजपा की सरकार होते हुए भी ऐसा कृत्य करने का जिहादियों का साहस कैसे हुआ ? पुलिस को संबंधित व्यक्तियों को बंदी बनाकर उन्हें कठोर सजा दिलाने के प्रयास करने चाहिए !

SC/ST Act : अनुसूचित जाति-जनजाति के अंतर्गत व्यक्ति की जाति का उल्लेख न करते हुए किया अनादर, यह एट्रॉसिटी अंतर्गत अपराध नहीं है !

अनुसूचित जाति-जनजाति के अंतर्गत व्यक्ति की जाति का उल्लेख न करते से हुए किया गया अनादर, यह ‘अनुसूचित जाति-जनजाति के अत्याचार प्रतिबंधक कानून १९८९’ के अंतर्गत अपराध प्रमाणित नहीं होगा, ऐसा निर्णय सर्वोच्च न्यायालय ने एक प्रकरण में दिया है ।