प्रतापगढ (उत्तर प्रदेश) – भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले जांबाज क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद एवं बालगंगाधर तिलक जी की जयंती पर शहर स्थित तुलसी सदन ‘हादी हाल’ में अंब्रेला सोसायटीज ग्रुप के तत्वाधान में एवं विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से विचार अभिव्यक्ति एवं काव्य संध्या का आयोजन किया गया जिसमें संपूर्ण देश से पधारे समाजसेवियों एवं कवियों ने हमारे देश के इन दो अमर सपूतों को याद किया ।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई । इसके बाद प्रख्यात भजन गायक श्री विनय प्रिय मधुकर जी ने अपनी टीम के साथ एक से बढकर एक भजनों एवं राष्ट्रपरक गीतों की प्रस्तुति से उपस्थित लोगों का मन मोह लिया । जौनपुर से पधारे युवा कवि श्री आनंद सिंह ने चंद्रशेखर आजाद जी के बलिदान से प्रेरणा लेने की बात कहते हुए उनके जीवन वृत्त पर शानदार पंक्तियां पढते हुए वातावरण में जोश भर दिया । प्रतापगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार एवं चंद्रशेखर आजाद काव्य खंड की रचना करने वाले श्री प्रेम कुमार त्रिपाठी ने एक से बढकर एक रचनाएं पढकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया । कवियित्री श्रीमती कल्पना तिवारी, सुश्री अर्चना सिंह, उमा आदिशक्ति आदि ने अपनी रचनाओं के माध्यम से चंद्रशेखर आजाद और बालगंगाधर तिलक को नमन किया ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नई दिल्ली से पधारे उन्मत्त साहित्य एवं कविकुल संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जय सिंह आर्य ने कहा कि भारत की आजादी के लिए असंख्य लोगों ने बलिदान दिया । हम सबको मां भारती के ऐसे जांबाज सपूतों से प्रेरणा लेनी चाहिए । उन्होंने चंद्रशेखर आजाद और बालगंगाधर तिलक के जीवन वृत्त पर काव्य पाठ प्रस्तुत किया जिसे उपस्थित लोगों ने जमकर सराहा । विशिष्ट अतिथि के रूप के उपस्थित डॉ. अंबिकेश तिवारी चंद्रशेखर आजाद जी के जीवन वृत्त पर “वो जब याद आयेंगे, प्रेरणा की चिंगारी सजाएंगे” नामक कविता से लोगों को मोहित कर दिया । वहीं वरिष्ठ साहित्यकार अशोक बेशरम ने भी लोगों को हास्य के माध्यम से झकझोरने में कोई कसर नहीं छोड़ी । ओज के सशक्त हस्ताक्षर और कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन करने वाले युवा कवि श्री हर्ष बहादुर सिंह हर्ष ने “शत्रुओं के वक्ष पे तिरंगे गाड देने हैं” नामक जोरदार कविता से लोगों को देशप्रेम की भावना से भर दिया । वही ओज कवि पंकज प्रखर जी ने ‘ भारत माता के कण कण पर तुम शेखर भगत महान लिखो ‘ पढकर लोगों का दिल जीत लिया ।
कार्यक्रम का संयोजन अंब्रेला सोसायटीज ग्रुप के महानिदेशक एवं वरिष्ठ अधिवक्ता श्री आनंद ‘प्रचंड ‘ मिश्र ने किया । उन्होंने कहा कि अवधी सम्राट के नाम से विख्यात उनके पिता श्री आद्याप्रसाद मिश्र ‘उन्मत्त’ जी का सपना था की प्रतापगढ़ की धरा पर क्रांतिकारियों की जयंती और पुण्यतिथियों पर जगह जगह आयोजन हो जिससे समाज को राष्ट्रप्रेम की भावना से जोड़ा जा सके । ऐसे ही एक आयोजन की श्रृंखला में ये प्रयास आज हमने किया और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने आए हुए समस्त अतिथियों के प्रति आभार जताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार डॉ संगम लाल त्रिपाठी ‘भंवर’ जी ने ‘भारत कभी न उजड़े ये आबाद चाहिए’ नामक काव्यपाठ से लोगों को भाव विभोर कर दिया ।उद्घाटन अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित समाजसेविका महिमा गुप्ता ने नारी अस्मिता पर अपनी पंक्तियों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य भूमिका जांबाज हिंदुस्तानी सेवा समिति के अध्यक्ष आलोक आजाद , उपाध्यक्ष आलोक तिवारी , पत्रकार डीके शर्मा , अनुराग मिश्र , अधि० गौरव प्रचंड, पत्रकार शिव तिवारी, संदीप सिंह, उमेश सिंह, राहुल सिंह, नवीन सरोज, आदि ने बडी भूमिका निभाई । कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ । भारी संख्या में लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे ।