शनि की साढे साती एवं हनुमानजी की पूजा

पूजा में विशिष्ट देवता को जो विशिष्ट सामग्री अर्पित की जाती है, ‘वह सामग्री उस देवता को प्रिय है’, उदा. गणपति को लाल फूल, शंकरजी को बिल्वपत्र एवं विष्णुजी को तुलसी ।

पिछले एक वर्ष में सनातन की विभिन्न भाषाओं में ३४ नए ग्रंथों का प्रकाशन तथा २५४ ग्रंथ-लघुग्रंथों का पुनर्मुद्रण !

‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए घोर आपातकाल आरंभ होने से पूर्व ही ‘ग्रंथों के माध्यम से अधिकाधिक धर्मप्रसार करना’ आज के समय की श्रेष्ठ साधना है !’, ये सच्चिदानंद परब्रह्म डॉक्टरजी के उद्गार हैं ।

शराबबंदी का प्रश्न !

शराब पीने से अनेक प्रकार की समस्याएं निर्मित होती हैं। शराब का व्यसन लगने पर व्यक्ति का विनाश तो होता ही है; उसके परिवार की भी बुरी स्थिति होती है, यह हम कनिष्ठ मध्यमवर्गीय और विशेषकर निम्न वर्ग में सदैव देखते हैं।

पारिवारिक हिंसा को रोकने के लिए संवाद की आवश्यकता!

समाज विविध समस्याओं से ग्रस्त है । अर्थात परिवार से समाज बनने तक आज प्रत्येक घर में कुछ न कुछ समस्याएं हैं ही ! इन समस्याओं का संज्ञान लेनेवाला और उसका समाधान बतानेवाला, यह लेख हम पाठकों के लिए प्रकाशित कर रहे हैं ।

गजवा-ए-हिन्द या हिन्दू राष्ट्र ?

केंद्रशासन ने अभी अभी ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ अर्थात ‘पी.एफ.आइ.’ पर प्रतिबंध लगाया । इस संगठन का राजकीय पक्ष ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ पर भी (‘एस.डी.पी.आइ.’ पर भी) कार्यवाही होने की संभावना व्यक्त की जा रही है ।

गढ-किलों के संवर्धन के लिए हिन्दू विधिज्ञ परिषद द्वारा लडी जा रही लडाई !

विजयदुर्ग केंद्रीय पुरातत्व विभाग के नियंत्रण में है । नौसेना के इतिहास में उसका बडा महत्त्व है । ब्रिटिशों के आक्रमणों को यहीं से निरस्त किया गया; परंतु आज इस गढ की स्थिति जर्जर हो चुकी है । क्या यहां भी भ्रष्टाचार हुआ है ?, इस पर संदेह है ।

इस्लामी कार्यकाल में रामनाम का उपयोग

श्रीराम संपूर्ण हिन्दू समाज के इष्टदेवता हैं; इसलिए वीर सावरकर कहते हैं, ‘‘जिस दिन हिन्दू समाज प्रभु श्रीराम को भूल जाएगा, उस दिन हिन्दुस्थान को ‘राम’ कहना पडेगा ।’’ इसका अर्थ यह है कि जिस दिन हिन्दू समाज को प्रभु श्रीराम का विस्मरण होगा, उस दिन इस भूतल पर हिन्दुस्थान का अस्तित्व ‘राष्ट्र’ के रूप में नहीं रह जाएगा ।

जन्मपत्रिका बनाने का महत्त्व समझें !

हिन्दू समाज में शिशु का जन्म होने पर ज्योतिष से शिशु की जन्मपत्रिका बनवाई जाती है । अनेक लोगों को उत्सुकता होगी कि इस पत्रिका में क्या जानकारी होती है । इस लेख द्वारा ‘जन्मपत्रिका क्या है तथा पत्रिका में कौन-सी जानकारी अंतर्भूत होती है’, इसकी जानकारी लेंगे ।

घर में उपलब्ध सामग्री से सहजता से होनेवाला शाक-तरकारी का रोपण

हाट (बाजार से) लाया गया पालक अथवा पुदीना, कई बार उनमें कुछ जडसहित होते हैं जिसे मिट्टी में खोंसने पर उनसे नए पौधे आते हैं ।

पथरी पर उपयुक्त सनातन पुनर्नवा चूर्ण

‘१ चाय का चम्मच सनातन पुनर्नवा चूर्ण, आधा ग्राम हजरूल यहूद भस्म एवं आधा ग्राम श्वेत पर्पटी यह औषधियां एकत्र कर दिन में २ बार एक कटोरी गुनगुने पानी में मिलाकर भोजन के पूर्व लें । उसके उपरांत तुरंत भोजन करें ।