कराची (पाकिस्तान) में हिन्दू डॉक्टर की हत्या !
पाकिस्तान हिन्दुओं के निवास के लिए सुरक्षित न होने से, वहां के हिन्दुओं को भारत आना ही उचित !
पाकिस्तान हिन्दुओं के निवास के लिए सुरक्षित न होने से, वहां के हिन्दुओं को भारत आना ही उचित !
‘वारिस दे पंजाब’ (पंजाब के वारिस) संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह खालिस्तानी नहीं है । पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था ‘आइएसआइ’ हथियार के रूप में अमृतपाल का उपयोग कर रही है; परंतु वह स्थाई रूप से उसका उपयोग नहीं करेगा ।
‘पाकिस्तानी भूमि ,यह जिहादी आतंकवाद की जननी है’, इस वस्तुस्थिति को सत्य ठहराने का यह एक और साक्ष्य है !
ऐसे भारत विरोधियों पर कठोर कार्यवाही होने के लिए भारत को अमेरिका को बाध्य करना चाहिए !
मांग के अनुसार बिरियानी बनानेवाले हिन्दू दुकानदारों की पिटाई करने के कारण पुलिस थाने के प्रमुख को निलंबित किया गया ।
पाकिस्तान में सेना के चौथी बार सत्ता हस्तगत करने की संभावना बताई जा रही है ।
नागरिकों ने सरकारी वितरण केंद्रों पर असुविधा होने और कम अनाज मिलने का आरोप लगाया है ।
भारत में विविध माध्यमों से हिन्दूओं की धार्मिक भावनाएं आहत की जाती हैं; परंतु अधिकांश समय संबंधित लोगों पर कार्यवाही नहीं होती । पाकिस्तान की इस कार्यवाही से भारत को सीख लेनी चाहिए !
‘इतना सब हो गया, तबतक भारत का सुरक्षा तंत्र क्या कर रहा था ?’ सामान्य जनता के मन में ऐसा प्रश्न उपस्थित होना स्वाभाविक है !
‘पश्तून सुरक्षा आंदोलन के’ कार्यकर्ता फजल-उर-रहमान द्वारा पाकिस्तान के ‘तेहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ (टीटीपी) आतंकवादी संगठन से निकट संबंध होने की बात सामने आई है ।