पाकिस्तान में श्री हनुमान का अपमान करनेवाले मुसलमान पत्रकार को बंदी बनाया गया !

इस्लामाबाद – पाकिस्तान में सिंध पुलिस ने पत्रकार असलम बलोच को हिन्दुओं के देवताओं का अपमान करने के प्रकरण में बंदी बनाया है । मीरपुर खास पंचायत के उपसरपंच रमेश कुमार ने बलोच के विरुद्ध पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट किया था । बलोच ने अपने फेसबुक के खाते पर श्री हनुमान के चेहरे पर पाकिस्तान के भूतपूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का चेहरा लगाया हुआ छायाचित्र प्रसारित किया था । रमेश कुमार ने परिवाद में कहा था, ‘इससे  हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं तथा यह २ समाजों में द्वेष उत्पन्न करने का प्रयास है’।

१. बीबीसी द्वारा प्रसारित समाचार के अनुसार पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून है । पाकिस्तान में इस कानून का प्रयोग अल्पसंख्यकों के विरुद्ध होता है; परंतु वर्तमान में कुछ प्रकरणों में यह कानून मुसलमानों के विरुद्ध भी होने लगा है ।

(सौजन्य : Newsroom Post)

पाकिस्तानी पत्रकार ने हिन्दुओं से क्षमा याचना की !

हिन्दूओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने के प्रकरण में पत्रकार असलम बलोच को नियंत्रण में लेने पर उन्होंने हिन्दुओं से क्षमा याचना की है । उन्होंने कहा, ‘किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करना मेरा उद्देश्य नहीं था । यह छायाचित्र अन्य किसी ने बनाया था, उसे मैंने ‘शेयर’ किया था । मैं हिन्दुओं को कार्यक्रमों में जाता हूं’ ।

२. बलोच के किए आपत्तिजनक पोस्ट के उपरांत ‍वहां के हिन्दुओं ने सामाजिक माध्यमों पर बलोच का विरोध करना आरंभ किया । तत्पश्चात पाकिस्तान के अल्पसंख्यक मंत्री ज्ञानचंद असरानी ने इस प्रकरण पर ध्यान केंद्रित कर बलोच को त्वरित बंदी बनाने की मांग करते हुए कहा कि अन्य धर्मियों के श्रद्धास्रोतों का अपमान करने की किसी को भी अनुमति नहीं है । ऐसा कर समाज का सद्भाव नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है ।

३. पाकिस्तानी पत्रकार वीनगास ने ट्वीट करते हुए कहा कि वर्तमान में सामाजिक माध्यमों से हिन्दुओं के देवताओं के आपत्तिजनक छायाचित्र प्रसारित करना पाकिस्तान में सामान्य हो गया है ।

अपनी बात सिद्ध करने हेतु उन्होंने २ छायाचित्र प्रसारित किए । एक छायाचित्र में श्री हनुमान के चेहरे के स्थान पर एक मौलाना का तथा दूसरे एक छायाचित्र में श्री महाकालीदेवी के मुख पर सत्ता में विराजमान पार्टी की नेता मरियम नवाज का चेहरा लगाया था ।

(उक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक)

संपादकीय भूमिका 

भारत में विविध माध्यमों से हिन्दूओं की धार्मिक भावनाएं आहत की जाती हैं; परंतु अधिकांश समय संबंधित लोगों पर कार्यवाही नहीं होती । पाकिस्तान की इस कार्यवाही से भारत को सीख लेनी चाहिए !