झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार ने झारखंड विधानसभा में मुसलमानों को नमाज अदा करने के लिए अलग कक्ष प्रदान किया !

धर्मनिरपेक्ष देश की विधानसभा में धार्मिक गतिविधियों के लिए जगह देना संविधान की अवमानना है ।

(कहते हैं) ‘मुसलमान होने के नाते कश्मीर के मुसलमानों के लिए आवाज उठाना हमारा अधिकार ! – तालिबान

‘चीन के उघुर मुसलमानों के लिए आवाज उठाने का हमें अधिकार है’, ऐसा बोलने का साहस तालिबानी आतंकी क्यों नहीं दिखाते ? इससे उनका छद्म मुसलमानप्रेम और भारतद्वेष दिखाई देता है !

(कहते हैं) ‘लडकों और लडकियों की शिक्षा अलग अलग होनी चाहिए !’

इस कारण अनैतिकता दूर करने के लिए लडकों और लडकियों को स्वतंत्र शिक्षा देना, यह पर्याय ना होकर मूलरूप से वासनांध वृत्ति में परिवर्तन होना आवश्यक है । उसे दूर करने के लिए मदनी को उनके धर्मं वालों का आवाहन करना चाहिए !

पाकिस्तान में श्रीकृष्ण जयंती मनाने वाले हिन्दुओं पर धर्मांधों की ओर से आक्रमण !

पाक के प्रधानमंत्री अल्पसंख्यकों की रक्षा करने की बडी़ बडी़ बातें करते हैं, साथ ही भारत के अल्पसंख्यकों पर होने वाले कथित अत्याचारों के ऊपर छाती पीटते रहते हैं । उन्हें ऐसी घटनाएं क्यों रोकने नहीं आती ? यह उन्हें बताना चाहिए !

उत्तर प्रदेश में न केवल मुसलमान, अपितु हिन्दू तालिबानी भी हैं ! – उर्दू कवि मुनव्वर राणा

क्या हिन्दू आतंकवादी होने का एक भी उदाहरण है, मुनव्वर राणा के पास ? इसके विपरीत, मुसलमान आतंकवादी हैं, इसे प्रमाणित करने की भी आवश्यकता नहीं है ! – संपादक

‘बीबीसी मराठी’ ने व्यंग्यचित्र में हिन्दू को दिखाया हिंसक !

व्यंग्य-चित्र में, एक अभिभावक अन्य अभिभावकों से कहते हैं, ‘हमारा पुत्र अत्यंत धार्मिक है । यह लोगों को मार-मारकर उनसे भगवान का नाम कहलवाता है ।’

‘लव जिहाद’ का विरोध दर्शानेवाली हिन्दी फिल्म ‘द कन्वर्जन’ का सूक्ष्म अंश प्रदर्शित !

पहले २४ घंटों में सूक्ष्म अंश को १९ लाख से अधिक लोगों ने देखा । चलचित्र के सूक्ष्म अंश में एक हिन्दू युवती की कहानी बताई गई है । इस युवती को ‘बबलू’ नाम धारण करनेवाले एक युवा मुसलमान से प्रेम हो जाता है ।

मुसलमानों द्वारा मुसलमानों की हत्या किए जाने पर अधिकतर मुसलमान चुप बैठते हैं; परंतु अन्य धर्मियों के मारने पर वे चिढते हैं ! – बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन

इस विषय में भारत के कथित धर्मनिरपेक्षतावादियों और बुद्धिजीवियों को क्या कहना है ?

‘गजवा-ए-हिन्द’ की दिशा में मार्गक्रमण?

अफगानिस्तान में हो रही गतिविधियां ‘गजवा-ए-हिन्द’ की संभावना की ओर संकेत कर रही हैं । यदि ऐसा नहीं होने देना है, तो भारत के हिन्दुओं को संगठित होकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना अपरिहार्य है, यह ध्यान में रखें !

अफगानिस्तान के शरणार्थी, उइगर मुसलमान भय की छाया में !

चीनी दबाव के कारण तालिबानी आतंकवादी उइगर मुसलमानों को चीन की हिरासत में देने की संभावना !