उत्तर प्रदेश में प्रखर हिन्दुत्व एवं राष्ट्रनिष्ठ योगी आदित्यनाथ सत्ता में हैं, फिर भी यह कष्टप्रद है कि, कट्टरपंथी कानून के बाहर व्यवहार करने की हिम्मत करते हैं । ऐसे लोगों पर कठोर कारवाई करके उन्हें सीधा करना आवश्यक ! – संपादक
आगरा (उत्तर प्रदेश) – आगरा के इमलीवाली मस्जिद के सामनेवाले मार्ग पर होनेवाले नमाजपठन के विरोध में कारवाई करने की मांग हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं ने की है । (वास्तव में ऐसी मांग क्यों करना पडती है ? सरकारी यन्त्रणा स्वयं कारवाई क्यों नहीं करती ? – संपादक) हिन्दू महासभा ने ‘मस्जिद के भीतर नमाजपठन करें’, ऐसा कहा है ।
Agra: Hindu groups object to Namaz held on the roads outside Imli Wali Masjid, cite traffic issues and business losshttps://t.co/CaJqn0ivO3
— OpIndia.com (@OpIndia_com) April 5, 2022
१. हिन्दू महासभा के जिला प्रमुख रौनक ठाकुर ने स्पष्ट किया हैं, “मार्ग पर नमाजपठन करते समय, यहा के हिन्दुओं को अपनी दुकानें बन्द करने को बताया जाता हैं । मार्ग बन्द करने से रुग्ण वाहन आना-जाना कर नहीं सकती । मुसलमानों को मार्ग का आवागमन आरंभ रखना चाहिए । नमाजपठन को विरोध नहीं, परन्तु रास्ता खुला रखना चाहिए । इसका पालन नहीं होंगा, तो हम विरोध करते रहेंगे ।”
२. हिन्दू महासभा के प्रवक्ता संजय जाट ने, ‘जब रास्ते में नमाजपठन हो सकता हैं, तो हमें हनुमान चालीसा का पठन करने कि अनुमति क्यों नहीं दी जाती ?’, ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त की है ।
३. पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने इस विरोध के सन्दर्भ में बताया है कि,” विवाद को सुलझा लिया गया है और स्थिति नियंत्रण में है ।”
४. मुसलमानों का कहना है कि, “गत ४० वर्षों से मस्जिद के बाहर नमाजपठन किया जा रहा है । इसे स्थानिक अधिकारीयों ने अनुमति दी है ।” (कोई अयोग्य कार्य वर्षों से शुरू होगा, तो उसे कभी भी विरोध नहीं करना, ऐसा नियम है क्या ? जब कोई अयोग्य कृती को विरोध करता होगा, तब वह बन्द करनी ही चाहिए ! – संपादक)