Indresh Kumar Appeal : २२ जनवरी को मस्जिदों, दरगाहों तथा मदरसों में ११ बार श्रीराम का जप करें !
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार का आवाहन !
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार का आवाहन !
मंदिरों का महत्त्व न समझनेवाले नहीं, अपितु मंदिरों के प्रति द्वेष रखनेवाले भी इस प्रकार के वक्तव्य देते हैं !
केवल श्रीराम मंदिर निर्माण करना पर्याप्त नहीं, अपितु ‘समर्थ राष्ट्र मंदिर’ निर्माण करना आवश्यक है ।
देवभूमि उत्तराखंड के उत्तरकाशी में १२ नवंबर को सिल्कियारा सुरंग का कुछ अंश गिरने की दुर्घटना में सुरंग में फंसे ४१ श्रमिक १७ दिन उपरांत बाहर निकले । इस घटना की गहराई में जाने पर आध्यात्मिक दृष्टिकोण से ध्यान में आए कुछ सूत्र यहां दे रहे हैं ।
´श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ´ के चंपत राय ने अभी-अभी पत्रकारों को श्रीराम मंदिर के संबंध में पूरी जानकारी दी है । यह मूर्ति चूंकि भगवान के बाल रूप में है, इसलिए मंदिर में माता सीता की कोई मूर्ति नहीं होगी ।
यह मंदिर अबू धाबी में ‘अल वाकबा’ नामक स्थान पर २० हजार वर्ग मीटर के क्षेत्र में निर्माण किया गया है ।
उत्तर प्रदेश के जलेसर के एक परिवार ने इस विशाल घंटे का निर्माण किया है । इस घंटे को बनाने के लिए सैकडों कारीगरों ने कार्य किया है ।
वे सनातनी शेर हैं, ऐसा विधान अयोध्या के हनुमानगढी के महंत राजू दास ने किया है ।
विहिंप और रा.स्व. संघ का नियोजन !
अब २२ जनवरी को वही लोग अयोध्या में आ सकेंगे, जिनके पास आयोजन समिति की आमंत्रण पत्रिका होगी ।