आतंकवादी हाफिज सईद के सहयोगी की पाकिस्तान में हत्या

लश्कर-ए-तोयबा के प्रमुख और मुंबई पर २६/११ के आतंकवादी आक्रमण का मुख्य सूत्रधार आतंकवादी हाफिज सईद का नजदीकी सहयोगी मुक्ति कैसर फारूख की कराची में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी ।

पाकिस्तान ने कश्मीर की सीमा पर सेना तल के निकट एकत्र किए आतंकवादी !

कश्मीर में प्रतिवर्ष भारतीय सुरक्षादल १०० से भी अधिक आतंकवादियों को मौत के घाट उतारते हैं, तब भी कश्मीर में जिहादी आतंकवाद का समूल उच्चाटन नहीं हुआ है; कारण पाक द्वारा आतंकवादियों की निर्मिति एवं भारत में उनकी घुसपैठ हो रही है ।

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारत विरोधी गतिविधियां करनेवाले कुख्यात आतंकी की हत्या

जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा दल के विरुद्ध अनेक आक्रमणों में अबू कासिम सहयोगी था । वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लष्कर-ए-तोइबा के आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर में घुसाने का काम करता था ।

कश्मीर में ५ आतंकवादियों को बंदी बनाया

पुलिस ने पिछले २४ घंटों में एक ही समय पर ४ अलग-अलग स्थानों पर आतंकवादविरोधी कार्यवाही कर इन ५ लोगों को बंदी बनाया । आतंकवादियों के पास से हथियार जब्त किए गए हैं ।

केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी सेे धनराशि वसूली मांगने के पीछे सूत्रधार लष्कर-ए-तोयबा का जिहादी आतंकवादी !

भारत से जिहादी आतंकवाद समूलरूप से नष्ट करने के लिए प्रबल राजकीय इच्छाशक्ति की आवश्यकता !

‘लव जिहाद’ के पीछे धार्मिक एवं अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र !

‘लव जिहाद’ अर्थात भारत की हिन्दू युवतियों को धर्मांतरित करने हेतु शत्रु राष्ट्रों द्वारा रचा गया अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र ! इसमें इस्लामी राष्ट्र बडी संख्या में सहभागी होकर यह षड्यंत्र रच रहे हैं ।

कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा हिन्दू व्यक्ति की गोली मारकर हत्या !

३३ वर्षों उपरांत भी कश्मीर में हिन्दू का असुरक्षित होना, यह अभी तक की सभी पार्टियों की सरकारों के लिए लज्जास्पद ! यह स्थिति बदलने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !

भाग्यनगर में पकडे गए आतंकवादी करते थे मुसलमान युवकों की भर्ती !

‘आतंकवादियों का धर्म होता है’, यह अब संपूर्ण विश्व को स्वीकार हुआ है । इस कारण अब यह धार्मिक आतंकवाद नष्ट करने के लिए धर्मांधों की जिहादी मानसिकता नष्ट की जाय, इसका विचार कर उस पर कृति करना आवश्यक है !

केंद्र सरकार ने आतंकवादी संगठन ‘पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट’ पर प्रतिबंध लगा दिया है !

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त´ पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट´और उसके सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है ।

वर्ष २०२२ में कश्मीर में १७२ आतंकवादी मारे गए !

यद्यपि कश्मीर में प्रतिवर्ष १०० से अधिक आतंकवादी मारे जाते हैं, तब भी पाकिस्तान में उनकी निर्मिति चलती ही रहती है । इसलिए कश्मीर में आतंकवाद नष्ट नहीं होता । अत: उसे जड से नष्ट करने हेतु पाकिस्तान को नष्ट करना आवश्यक है !