बिश्केक (किर्गिस्तान) – यहां आयोजित एक कार्यक्रम में वक्तव्य देते हुए भारत के उपराष्ट्रीय सुरक्षा परामर्शदाता विक्रम मिसरी ने कहा, ‘भारत का हित अफगानिस्तान से जुडा हुआ है । लश्कर-ए-तोइबा एवं जैश-ए-महंमद जैसी आतंकवादी संगठनों को आश्रय एवं प्रशिक्षण देने के लिए अफगानिस्तान का उपयोग न किया जाए ।’ भिन्न देशों की सुरक्षा परिषद के सचिव एवं राष्ट्रीय सुरक्षा परामर्शदाताओं की यहां आयोजित छठी प्रादेशिक बैठक को मिसरी संबोधित कर रहे थे । भारत के साथ रूस, चीन, इरान, किरगिजस्तान, कजाकिस्तान एवं उजबेकिस्तान देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा परामर्शदाता भी इस बैठक में उपस्थित थे ।
विक्रम मिस्री ने कहा- भारत के हित अफगानिस्तान से जुड़े हुए हैं, अफगानिस्तान का इस्तेमाल आतंकवादी संगठनों को पनाह और ट्रेनिंग देने के लिए नहीं होना चाहिए #Afghanistan #VikramMisrihttps://t.co/TLm4ePSa2a
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) February 17, 2024
मिसरी ने आगे कहा,
१. अफगानिस्तान की अस्थिरता पूरे क्षेत्र के लिए संकटकारी है । वहां की शांति, सुरक्षा एवं स्थिरता को भारत सदैव समर्थन देते आया है । पडोसी होने से भारत एवं अफगानिस्तान के आर्थिक एवं सुरक्षा हितसंबंध एकदूसरे से जुडे हुए हैं ।
२. अफगानिस्तान में सर्वसमावेशी सरकार की स्थापना, साथ ही महिला, बच्चे एवं अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने में भारत का सदैव समर्थन है ।
३. भारत ने अब तक अफगानिस्तान में २.४९ लाख करोड रुपए का निवेश किया है । यहां ३४ प्रांतों में चालू ५०० प्रकल्पों में भारत सहभागी है । ये प्रकल्प पानी, बिजली, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, खेती एवं निर्माणकार्यों से संबंधित हैं ।