विश्व की ९९ प्रतिशत जनसंख्या दूषित हवा में श्वास लेती है ! – वैश्विक स्वास्थ्य संगठन
यह विज्ञान द्वारा की गई प्रगति का दुष्परिणाम !
यह विज्ञान द्वारा की गई प्रगति का दुष्परिणाम !
पिछले वर्ष कोरोना की दूसरी लहर में भारत में कोरोना गति से फैलने से पश्चिमी मीडिया ने किसी भी प्रकार से भारत की खिंचाई की थी । अब युरोप के मृतप्राय स्थिति में आने से वहां की मीडिया मौन धारण किए हुए है । यह उनका दोहरापना है, यह ध्यान दें !
जनता द्वारा कोरोना के संबंध में निवारक नियमों का पालन न करने के कारण रोगियों की संख्या बढ रही है, यह ध्यान रखते हुए जनता नियमों का पालन करें ! भारतीयों के लिए लज्जाजनक बात है कि, अनुशासन-हीन लोग कोरोना को आमंत्रित कर रहे हैं !
केंद्र सरकार द्वारा की घोषणा के अनुसार देशभर में ८ जनवरी से कोरोना प्रतिबंधात्मक टीके का बूस्टर डोज दिया जाएगा । इस डोज के लिए ‘कोविन’ इस ऐप पर नए सिरे से पंजीकरण करने की कोई भी आवश्यकता नहीं ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.) के वैज्ञानिकों ने कहा है, कि वर्ष २०२२ तक कोरोना महामारी समाप्त हो जाएगी । इस संगठन के १०० वैज्ञानिकों के एक प्रतिवेदन में यह दावा किया गया है । इस बात की जानकारी एसोसिएशन के महानिदेशक ने ट्वीट करके दी है ।
भारतीय संस्कृति का इस प्रकार पुनर्जीवित होना अभिनंदनीय है ! अब देश के अन्य चिकित्सालयों में भी ऐसा विभाग आरंभ होना चाहिए !
एक शोध से ये निष्कर्ष सामने आया है, कि पकाते समय कच्चे रहे चावल खाने से कर्क रोग (कैंसर) का संकट हो सकता है ।
विगत २४ घंटे में, १५ सहस्र २१ रोगी कोरोना मुक्त हुए हैं । देश में इस समय १ लाख ५३ सहस्र ७७६ रोगियों का उपचार चल रहा है ।
जनता के स्वास्थ्य से खेलने वाली ऐसी कंपनियों पर केंद्र सरकार को अब तो प्रतिबंध लगाना चाहिए, ऐसी जनता की मांग है !
रूस के ८५ प्रांतों में, एक ही दिन में कुल ३५ हजार ६६० नये कोरोनो बाधित रोगियों का निदान किया गया है, ऐसा रूसी प्रशासन ने सूचित किया है । रूस का रोगी वृद्धि दर ०.४३ प्रतिशत है ।