नई देहली – भारत के ‘नैशनल मेडिकल कमिशन’ ने पाकिस्तान में छल किए जाने के कारण भारत में आश्रय लेकर भारतीय नागरिकता को स्वीकार किए हिन्दू, सिक्ख तथा अन्य अल्पसंख्यक समाज के डाक्टरों को भारत में ‘प्रैक्टिस’(अभ्यास) करने की अनुमति दी है । ३१ दिसंबर २०१४ तक पाकिस्तान छोडकर भारत आए पाकिस्तानी अल्पसंख्यकों को इसका लाभ मिलेगा । इसलिए अब ‘नैशनल मेडिकल कमिशन’ ने एलोपथी का अभ्यास करने हेतु आवश्यक स्थाई पंजीकरण के लिए भारतीय नागरिकता को स्वीकार किए लोगों द्वारा प्रार्थनापत्र मंगवाए हैं ।