श्रीगणेश चतुर्थी व्रतविधि एवं श्री गणेशमूर्तिका आवाहन

गणेशोत्सवके लिए की जानेवाली सजावटमें विविध प्रकारके रंगबिरंगे एवं चमकीले कागज, थर्मोकोल, प्लास्टिक इत्यादिका उपयोग किया जाता है । साथही रंगबिरंगे प्रकाश देनेवाले बिजलीके बल्बकी मालाओंका भी उपयोग करते हैं । ये वस्तुएं कृत्रिम एवं रासायनिक पदार्थासे बनी होती हैं ।

श्री गणेशमूर्तिकी पूजाविधि

श्री गणेशचतुर्थीके दिन पूजन हेतु श्री गणेशजीकी नई मूर्ति लाई जाती है । पूजाघरमें रखी श्री गणेशमूर्तिके अतिरिक्त, इस मूर्तिका स्वतंत्र रूपसे पूजन किया जाता है ।

कर्नाटक में श्री गणेश पंडाल में श्री गणेशमूर्ति के समीप वीर सावरकर का छायाचित्र लगाएंगे – हिन्दू संगठनों का निर्णय

श्रीराम सेना ने इस वर्ष का गणेश उत्सव वीर सावरकर के उत्सव के रुप में मनाने का निर्णय लिया है । इस गणेश उत्सव के समय कर्नाटक में स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के विषय में जनजागृति की जाएगी ।

श्री गणेश चतुर्थी

सभी भाई यदि एक साथ रहते हों, अर्थात सभी का एकत्रित द्रव्यकोष (खजाना) एवं चूल्हा हो, तो मिलकर एक ही मूर्ति का पूजन करना उचित है । यदि सबके द्रव्यकोष और चूल्हे किसी कारणवश भिन्न-भिन्न हों, तो उन्हें अपने-अपने घरों में स्वतंत्र रूप से गणेशव्रत रखना चाहिए ।

देहली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ‘ऑनलाइन’ प्रवचन एवं सामूहिक नामजप का आयोजन

सनातन की टुपुर भट्टाचार्य ने श्री गणेश चतुर्थी का महत्त्व, श्री गणेश पूजन, श्री गणेशमूर्ति का विसर्जन कैसे करें ?, आपातकाल में गणेशोत्सव कैसे मनाएं ? इत्यादि विषयों पर मार्गदर्शन किया ।

श्री क्षत्रिय मराठा समाज एवं हिन्दू जनजागृति समिति के संयुक्त तत्त्वावधान में श्री गणेशभक्तों के लिए ऑनलाइन प्रवचन !

आज श्री गणेश का अनादर करनेवालों का विरोध करना, यह भी एक प्रकार से गणेशजी की भक्ति ही है । पर्यावरण रक्षा के लिए पूरे वर्ष कुछ भी न बोलनेवाले और धर्म न माननेवाले आज हिन्दुओं को गणेशमूर्ति कैसी हो, विसर्जन कैसा हो, इसके विषय में परामर्श दे रहे हैं ।

फरीदाबाद (हरियाणा) में ‘श्री गणपति’ विषय पर आयोजित ‘ऑनलाइन’ मार्गदर्शन और सामूहिक ‘अथर्वशीर्ष पठन’ को जिज्ञासुओं का उत्सफूर्त प्रतिसाद

अथर्वशीर्ष के विषय में इतनी जानकारी नहीं थी, जो आज प्राप्त हुई । अथर्वशीर्ष का पठन करते हुए ठंडी हवा का झोंका आने पर जैसी शीतलता लगती है, उसी प्रकार की अत्यधिक शीतलता और शांति अनुभव हो रही थी ।

लुधियाना (पंजाब) के एक बेकरी व्यापारी ने श्री गणेश की चॉकलेट की मूर्ति को ‘ईको फ्रेंडली’ बना दिया !

गत कुछ वर्षों से जानबूझकर केवल हिन्दू धर्म के लिए ही ‘इको फ्रेंडली’ त्योहार मनाने की प्रथा बनाई जा रही है । वहीं दूसरी ओर, मोहर्रम, बकरी ईद, आदि त्योहार उस धर्म की परंपरा के अनुसार पर्यावरण को लात मारकर मनाए जा रहे हैं ।

गणेशोत्सव के काल में आनेवाले व्रतों का उपासना शास्त्र

भाद्रपद शुक्ल तृतीया से भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी की अवधि में हरितालिका, ऋषिपंचमी एवं ज्येष्ठा गौरी व्रत आते हैं । इन व्रतों को नैमित्तिक व्रत कहते हैं । नैमित्तिक व्रत निर्धारित तिथि को ही आते हैं ।

धारवाड (कर्नाटक) में श्रीराम सेना की ओर से जिलाधीश कार्यालय के सामने आंदोलन !

कोरोना नियम के नाम पर ‘सार्वजनिक गणेशोत्सव’ पर लगाए प्रतिबंधों का विरोध !