श्रीगणेशजी को अडहुल के पुष्प अर्पण करें

देवताओं से प्रक्षेपित स्पंदन मुख्यतः निर्गुण तत्त्वसे संबंधित होते हैं । देवताओं को अर्पित पुष्प तत्त्व ग्रहण कर पूजक को प्रदान करते हैं, जिससे पुष्पमें आकर्षित स्पंदन भी पूजक को मिलते हैं ।

श्री गणेश मूर्ति का विसर्जन बहते पानी में करें !

अध्यात्मशास्त्रानुसार गणेश चतुर्थी के काल में की गई शास्त्रोक्त पूजा विधियों के कारण मूर्ति में श्री गणपति का चैतन्य अधिक मात्रा में आकर्षित होता है ।

सार्वजनिक श्रीगणेशोत्सव : कैसा न हो तथा कैसा हो ?

हिंदूओं में धर्मनिष्ठा एवं राष्ट्रनिष्ठा बढे, उन्हें संगठित करनेमें सहायता हो, लोकमान्य तिलकने इस उदात्त हेतु सार्वजनिक गणेशोत्सव आरंभ किया; परंतु आजकल सार्वजनिक गणेशोत्सवोंमें होनेवाले अनाचार एवं अनुशासनहीनता के कारण उत्सवका मूल उद्देश्य विफल होनेके साथ उसकी पवित्रता भी नष्ट होती जा रही है ।

गणेशतत्त्व आकर्षित करनेवाली रंगोलियां

नित्य उपासना में भाव अथवा सगुण तत्वकी, तथापि गणेशाेत्सव में आनंद अथवा निर्गुण तत्त्व की रंगोलियां बनाएं ।

श्री गणेशोपासना एवं उससे संबंधित महत्वपूर्ण सूत्र

श्री गणेशजी की उपासना में नित्यपूजा, अभिषेक, संबंधित व्रत एवं उपवास, अथर्वशीर्ष पाठ, संबंधित विविध श्लोक एवं मंत्रोंका विशिष्ट संख्या में पाठ, नामजप जैसे विविध कृत्यों का अंतर्भाव होता है ।

पुष्पा चलचित्र के अभिनेता के रूप में गणेश मूर्ति !

कहां मुहम्मद पैगंबर की कथित अवमानना होने पर भी शिरच्छेद करनेवाले मुसलमान और कहां स्वयं ही अपने देवताओं की अवमानना करनेवाले हिन्दू !

श्री गणेशोत्सव हुबली (कर्नाटक) के ईदगाह मैदान में प्रारंभ हुआ !

३१ अगस्त को श्री गणेशोत्सव के पावन अवसर पर कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश के उपरांत यहां ईदगाह मैदान पर श्री गणेश मूर्ति की स्थापना की गई।

ज्येष्ठा गौरी

असुरों द्वारा पीडित सभी स्त्रियां श्री महालक्ष्मी गौरी की शरण में गईं एवं उन्होंने अपने अक्षुण्ण सौभाग्य हेतु प्रार्थना की ।

कोयंबतूर (तमिलनाडू) यहां मुसलमान बहुसंख्यक क्षेत्र में मुसलमान संगठन की अनुमति से गणेशोत्सव मनाएं !

‘कोयंबतूर भारत में है अथवा पाकिस्तान में ?’, किसी के भी मन में ऐसा प्रश्न उपस्थित हो सकता है !

शास्त्रानुसार गणेशोत्सव कैसे मनाएं ?

भगवान श्री गणेश सर्व हिंदुओंके आराध्य देवता हैं । इसके साथ ही भगवान गणेश बुद्धीके देवता भी हैं । गणपति सभीको आनंद देनेवाले देवता हैं ।