खालिस्तानी आतंकवादी अर्श डल्ला के २ साथी देहली में बंदी

ये दोनों अपराधी पंजाब में बडी तबाही करने की तैयारी में थे । पुलिस ने उनसे शस्त्र एवं हाथबम नियंत्रण में लिए हैं ।

सेना स्तर पर हुई चर्चा में भारत-चीन सीमा पर शांति बनाए रखने पर सहमत !

चीन ने सीमा पर शांति बनाए रखने पर सहमती दर्शाई है, तो भी उसपर विश्वास नहीं कर सकते हैं अत: भारत को सदा सतर्क रहना होगा !

राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा ६ राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के ठिकानों पर छापे ! 

राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा ११ अक्टूबर के दिन उत्तर प्रदेश, देहली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु इन ६ राज्यों में पी.एफ.आई. (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के १२ ठिकानों पर छापे मारे गए।

हमास का आक्रमण, फिलिस्तीन पर हुए अत्याचारों पर व्यक्त की गई प्रतिक्रिया ! – ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड’ का समर्थन

भारत में जिहादी आतंकवादी आक्रमण कर हिन्दुओं की हत्या करनेवाले पाकिस्तान को ‘आतंकवादी देश’ घोषित करने की मांग कभी इस बोर्ड ने अथवा अन्य एक भी मुसलमान संगठन ने नहीं की, यह समझ लें !

‘विवो’ के व्यवस्थापकीय संचालक सहित ४ लोगों को बंदी बनाया गया

घोटाला करने में पारंगत (एक्सपर्ट) माहिर चीनी कंपनियों को भारत में प्रतिबंधित कर उनकी सर्व संपत्ति नियंत्रित की जानी चाहिए !

देहली के ‘आप’ के विधायक अमानतुल्ला खान के घर पर प्रवर्तन निदेशालय का छापा

देहली भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (A.C.B.) द्वारा प्रविष्ट किए गए २ अपराधों की ईडी ने कार्यवाही की है । ये अपराध देहली वक्फ बोर्ड की नौकरियों की अनियमितता से संबंधित हैं ।

भारत से लगे नेपाल सीमा के क्षेत्रों में जानबूझकर भडकाए जा रहे हैं दंगे !

दंगों के पीछे भारत की सीमा पर स्‍थित मदरसों का हाथ होने की शंका ! उत्तर प्रदेश की नेपाल सीमा पर पिछले कुछ वर्षों में अवैध रूप से बडे प्रमाण में मुसलमानों की बस्‍ती के साथ ही वहां मस्‍जिद तथा मदरसे निर्माण हो रहे हैं ।

उत्तर प्रदेश पुलिस ने महंत यति नरसिंहानंद को लक्ष्मणपुरी (लखनऊ) जाने से रोका !

डासना पीठ के महंत यति नरसिंहानंद को उत्तर प्रदेश पुलिस ने लक्ष्मणपुरी (लखनऊ) जाने से रोकने की जानकारी पुष्कल द्विवेदी ने ‘एक्स’ द्वारा दी । उन्होंने कहा कि इससे महंत का घोर अपमान किया गया है ।

बिना किसी कारण व्यक्ति को ३० मिनट कोठरी में बंद करनेवाला पुलिसकर्मी ५० सहस्र रुपयों से दंडित !

देहली उच्च न्यायालय का अभिनंदन ! अपेक्षा है कि न्यायालय यदि ऐसा ही तथा इससे भी अधिक कठोर दंड उद्दंड पुलिसकर्मियों को करेगा, तो ही उनमें कुछ तो परिवर्तन आएगा !

संसद में राजनीतिक विरोधियों के संबंध में अपमानजनक वक्तव्य देना कोई अपराध नहीं है ! – सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय !

झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक सीता सोरेन के विरुद्ध एक प्रकरण की सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने यह टिप्पणी की ।