ईरान में पुलिस अधिकारी द्वारा बलूची लडकी पर बलात्कार

बलात्कार का निषेध कर रहे बलूची लोगों पर हुई गोलीबारी में ३६ लोगों की मृत्यु 

सूरत में रोगीवाहन (एंब्यूलेंस) में मिले २५ करोड रुपयों के बनावटी (जाली) नोट !

गुजरात की पुलिस ने एक रोगीवाहन से २ सहस्र रुपये के नोटों में २५ करोड रुपये के बनावटी नोटों से भरे बक्से जप्त किए हैं ।

गुरुग्राम (हरियाणा) में ग्रामवासियों ने बंदूक की धाक पर मार्ग दुरुस्त करवाया !

३० ग्रामवासियों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट !

समाज में वाद-विवाद के कारण राजस्थान के हिंगलाज माता मंदिर में बिना अनुमति के धार्मिक कार्य करने पर बंदी !

हिन्दुओं के मंदिरों में वाद-विवाद के कारण वहां के धार्मिक कार्य के लिए अनुमति लेने के लिए कहनेवाला प्रशासन क्या कभी अन्य धर्मियों के धार्मिक स्थल के संदर्भ में ऐसा आदेश देता है ?

बलात्कार प्रकरण में गुजरात के आम आदमी पार्टी के नेता को बंदी बनाया

ऐसा कहना साहसिक होता जा रहा है कि, ‘राजनीतिक पक्षों में नैतिकता वाले नेता हैं’, यदि कोई कहे कि, ‘यह लोकतंत्र की त्रासदी है’, तो चौंकिए मत !

पुणे में जिलाधिकारी कार्यालय के सम्मुख ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ की घोषणा !

देश विरोधी जिहादी संगठन पीएफआई का समर्थन कर देश विरोधी घोषणाएं करनेवालों को अब मृत्यु दंड देना आवश्यक !

केरल में ‘बंद’ हुआ हिंसक !

‘केरल में माकप गठबंधन की सरकार होते हुए उसने यह हिंसाचार क्यों नहीं रोका ?’, इसका उत्तर देना चाहिए !

तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को फांसी का दंड हो, इसलिए बनाई थी योजना !

वर्ष २००२ के गुजरात दंगे का प्रकरण !
तिस्ता सेटलवाड एवं अन्य दो जनों पर आरोपपत्र में दावा !

अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय और मदरसे उडाने का वक्तव्य करने पर यति नरसिंहानंद के विरोध में अपराध प्रविष्ट !

१८ सितंबर के दिन अलीगढ में हिन्दू महासभा के एक कार्यक्रम में उत्तरप्रदेश सरकार की ओर से मदरसों के किए जा रहे सर्वेक्षण के विषय में बोलते समय यति नरसिंहानंद ने कहा, ‘‘मदरसे जैसी संस्था होनी ही नहीं चाहिए । चीन के समान सभी मदरसों को बमों की सहायता से उडा देना चाहिए ।

लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश) में दो अल्पवयीन लडकियों के बलात्कार और हत्या के प्रकरण में ६ लोगों को बनाया बंदी !

इस्लामी देशों में शरीयत कानून के अंतर्गत ऐसे वासनांधों को कमर तक गड्ढे में गाढकर मृत्युदंड देते हैं, वैसा दंड देने की कोई मांग करे, तो आश्चर्य न हो !