केरल में ‘बंद’ हुआ हिंसक !

  • पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के अड्डों पर छापों का प्रकरण

  • सरकारी बसगाडियों की तोडफोड

  • पुलिस पर आक्रमण

थिरूवनंतपूरम् (केरल) – केंद्रीय अन्वेषण यंत्रणा एवं प्रवर्तन निदेशालय ने देशभर के १५ राज्यों में ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’के ९३ स्थानों पर डाले छापों में १०६ लोगों को बंदी बनाने से पी.एफ्.आइ.के कार्यकर्ताओं द्वारा केरल में २३ सितंबर को बंद का आयोजन किया गया था । इसने हिंसक मोड ले लिया । इसके साथ ही पडोसी तमिलनाडु में भी हिंसाचार किया गया । केरल के थिरुवनंतपूरम्, कोल्लम, कोजिकोड, वायनाड एवं अलप्पुजा सहित विविध जिलों में केरल राज्य मार्ग परिवहन महामंडल की बसगाडियों पर पथराव किया गया । सवेरे कन्नूर में नारायणपारा में वितरण के लिए समाचारपत्र लेकर जानेवाले वाहन पर पेट्रोल बम फेंके जाने का वृत्त स्थानीय माध्यमों ने दिया ।

१. कोची शहर में सरकारी बसगाडियों की तोडफोड की गई । कोल्लम जिले के पल्लिमुक्कू में पी.एफ्.आइ. के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर आक्रमण किया । इसमें २ पुलिसकर्मी घायल हो गए ।

२. अलाप्पुजा में केरल राज्य मार्ग परिवहन महामंडल की बसगाडियां, एक टैंकर लॉरी एवं कुछ अन्य वाहनों की पथराव में क्षति हुई ।

३. कोजिकोड एवं कन्नूर में पी.एफ्.आइ.के कार्यकर्ताओं द्वारा हुए इस पथराव में १५ वर्षीय लडकी एवं एक रिक्शाचालक थोडे-बहुत घायल हुए ।

संपादकीय भूमिका

‘केरल में माकप गठबंधन की सरकार होते हुए उसने यह हिंसाचार क्यों नहीं रोका ?’, इसका उत्तर देना चाहिए !