उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में पुलिस और गोतस्करों में मुठभेड !

उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में पुलिस और गोतस्करों में १८ सितंबर की रात्रि को मुठभेड हुई । मुठभेड में गोतस्कर ताजू के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया है । पुलिस ने ताजू को बंदी बनाया है ।

हिन्दूबहुल भारत के आस्था का केंद्र गोमाता का वंशविच्छेद कर चलाया जा रहा गो-जिहाद !

गोवंश की तस्करी, यातायात, गोहत्याएं, सहस्रों अवैध पशुवधगृहों आदि सभी प्रकारों में धर्मांध ही अधिक होते हैं । कानून के होते हुए भी पुलिस उन पर स्वयं कार्यवाही नहीं करती, तो अधिकांश बार उनसे मार खाकर आती है ।

तृणमूल काँग्रेस के नेता को पशु् तस्करी के प्रकरण में बनाया बंदी !

पशु तस्करी अर्थात गोवंश की तस्करी होगी, इसमें संदेह नहीं । गोवंश की तस्करी करनेवाले नेता जिस दल में हैं वह तृणमूल काँग्रेस हिन्दूद्रोही ही है !

गुरुग्राम (हरियाणा) में २२ किलोमीटर पीछा कर गोतस्करों को नियंत्रण में लिया गया

यहां गोरक्षक तथा पुलिस ने २२ किलोमीटर तक पीछा कर ट्रक द्वारा गोवंशियों की तस्करी करनेवाले ६ गोतस्करों को नियंत्रण में लिया । पीछा होते समय गोतस्करों ने चलते ट्रक से ७ गायों को मार्ग में फेंक दिया ।

गोवंशियों को लेजाने वाले तीन धर्मांधों को हिरासत

ऐसे मामले रोकने के लिए देश स्तर पर गोवंश हत्याबंदी कानून लागू करना आवश्यक है । केंद्र सरकार इस हेतु कदम उठाएगी क्या ?

असम की बांग्लादेश सीमा पर गोवंश की तस्करी करनेवालों द्वारा सीमा सुरक्षा बल के सैनिकों पर आक्रमण

गोवंश की तस्करी करनेवाले कल तक गोरक्षक और पुलिस पर आक्रमण करते थे, अब वे सैनिकों पर भी आक्रमण करने का साहस कर रहे हैं । यह देखते हुए ऐसे लोगों को फांसी का ही दंड देने का कानून बनाना आवश्यक है !

असम में गोतस्करों की संपत्ति जप्त करने का विधेयक पारित !

गोहत्या और गोतस्करी के संबंध में केंद्र सरकार ने कठोर कानून बनाया, तो देश के राज्यों को अलग-अलग कानून बनाने की आवश्यकता नहीं होगी ! केंद्र सरकार को ऐसा कानून शीघ्रातिशीघ्र बनाना चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !

हिमंत बिस्व सरमा की हिम्मत !

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के अनुसार पुलिस को अधिकार मिले हैं कि वे संदिग्ध गोतस्करों में घर में प्रवेश कर खोज करने और गोतस्कर द्वारा पिछले ६ वर्षाें में अवैध पशु व्यापार से प्राप्त संपत्ति जप्त कर सकते हैं ।

अररिया (बिहार) के गांव में, गोवंश चुरानेवालों में से एक व्यक्ति की मारपीट में मृत्यु !

गोवंश चुरानेवालों के पास बंदूक जैसे शस्त्र होने से ही ऐसे अपराधों की गहराई ध्यान में आती है। क्या, इन चोरीयों के पीछे गोहत्या करनेवालों का कोई गिरोह कार्यरत है ? यह देखकर उन पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। राष्ट्रीय स्तर पर ही गोहत्या बंदी का कठोर कानून बनना चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !