हम बांगलादेश से घबरा रहे हैं क्या ? – डॉ. सुब्रह्मण्यम् स्वामी का प्रश्न

बांगलादेश में हिन्दुओं पर हुए आक्रमणों का मामला

जबलपुर (मध्य प्रदेश) में, मुहम्मद पैगंबर का जन्मदिन मनाते समय धर्मांधों ने पुलिस पर किया आक्रमण !

पुलिस पर पथराव !
पुलिस द्वारा हुई लाठीमार एवं आंसू गैस के कनस्तर फोडें !

केंद्र सरकार बांग्लादेश सरकार पर दबाव बढ़ाए ! – विश्व हिन्दू परिषद

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर आक्रमण के प्रकरण !

हुब्बळ्ळी (कर्नाटक) में हिन्दू को लालच देकर धर्मांतरण करने का प्रयास करनेवाले पादरी के विरुद्ध शिकायत प्रविष्ट !

हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने चर्च में गाए भजन !
ऐसे लोगों को कठोर दंड मिलने हेतु, धर्मांतरणविरोधी कानून की आवश्यकता !

बहिष्कार की चेतावनी देने के उपरांत फैबइंडिया ने दीपावली को जश्न-ए-रिवाज कहने का विज्ञापन लिया वापस !

हिन्दुओं द्वारा संगठित होकर विरोध करने का यह परिणाम है !

भारत अफगानिस्तान को ५० सहस्र मीट्रिक टन गेंहूं भेजने के प्रयास में !

भारत की गांधीगीरी अभी भी चालू ! मानवता की दृष्टि से भेजे जाने वाली यह सहायता गरीब अफगानी लोगों तक पहुंचेगी या तालिबानी ही उसे खा डालेंगे, इसकी निश्चिति कौन देगा ?

भारत-पाकिस्तान के बीच ‘टी-२०’ क्रिकेट विश्वकप मुकाबला रद्द करें !

काश्मीर में हिन्दुओं की हत्या और सैनिकों के शहीद होने की पृष्ठभूमि पर मांग !

(कहते हैं) ‘चाणक्य विश्वविद्यालय’ समान ‘टीपू सुलतान विश्वविद्यालय’ स्थापित करें !’

काँग्रेस पार्टी एक बात कहती है और उसके विधायक कुछ अलग ही बताते हैं ! मुसलमानों के लिए  धर्म पहले महत्व का होता है और बाद में पार्टी आदि, यही इससे पुन: स्पष्ट होता है !

(कहते हैं) ‘बांग्लादेश में कुरान का अपमान करने वालों का सिर काट देना चाहिए !’

ध्यान रखें, कि बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार ऐसे मौलानाओं के विरुद्ध कभी भी कार्यवाही नहीं करेगी ! बंगाल दूसरा बांग्लादेश बन गया है, इसलिए, कल वहां भी हिन्दुओं एवं उनके मंदिरों पर आक्रमण आरंभ हो गए, तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए !

भक्तों का तीव्र विरोध होते हुए भी, केरल में कम्युनिस्ट सी.पी.आई. (एम) सरकार ने कन्नूर में मत्तनूर महादेव मंदिर अपने नियंत्रण में ले लिया !

माकपा का हिन्दू विरोधी क्रियाकलाप ! देश में केवल हिन्दू मंदिरों का राष्ट्रीयकरण किया जाता है; लेकिन ध्यान दें कि किसी भी राजनीतिक दल की सरकार ईसाइयों और मुसलमानों के धार्मिक स्थलों का सरकारीकरण करने का साहस नहीं करती