मद्रास विश्वविद्यालय के दो भ्रष्ट कर्मचारियों को पदोन्नति देने का मामला
भ्रष्टाचार के आरोपियों को पदोन्नति देने वालों पर भी कार्यवाही करनी चाहिए ! भारत में आज भ्रष्टाचार शिष्टाचार होकर भ्रष्ट लोगों को सम्मान दिया जा रहा है, यही भ्रष्ट कर्मचारियों को पदोन्नति देने के मामले से दिखता है ! – संपादक
चेन्नई (तमिलनाडु) – मद्रास उच्च न्यायालय में भ्रष्टाचार के आरोपी मद्रास विश्वविद्यालय के दो कर्मचारियों को पदोन्नति देने के विरोध में याचिका प्रविष्ट की गई थी । इस याचिका पर सुनवाई करते समय ‘ऐसे कर्मचारियों को फांसी की सजा देनी चाहिए’, ऐसा मत मद्रास उच्च न्यायालय ने रखा है । दोनों कर्मचारियों के नाम वीरापंडी और सेल्वी हैं । उन्हें सहायक ग्रंथपाल के पद पर पदोन्नति दी गई थी ।