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प्रधानमंत्री जैसे अतिमहत्वपूर्ण व्यक्ति की सुरक्षा व्यवस्था में गलती करने वालों को कठोर सजा देना आवश्यक ! – संपादक
भटिंडा (पंजाब) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के समय सुरक्षा व्यवस्था में बडी गलती होने की घटना हुई । यहां के हुसैनीवाला क्षेत्र के फ्लाईओवर से प्रधानमंत्री मोदी के वाहनों का काफिला गुजरते समय सामने से कृषि कानून का विरोध करने वाले किसान आंदोलनकारियों के वाहनों का काफिला पहुंचा और उन्होंने रास्ता रोक दिया । अचानक हुई इस स्थिति के कारण प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी सतर्क हो गए । लगभग २० मिनट प्रधानमंत्री मोदी का रास्ता रोकने के कारण मोदी का काफिला पीछे वापस आया । इस घटना के कारण संपूर्ण देश से पंजाब की काँग्रेस सरकार और पुलिस पर घोर टिप्पणी होने लगी है । ‘प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बडी गलती होने के लिए कौन उत्तरदायी है ?’ , इस पर अब चर्चा शुरू हुई है । ‘प्रधानमंत्री के वाहनों का काफिला किस मार्ग से जाने वाला है’, यह गोपनीय होते हुए ‘किसान आंदोलनकारियों को इसकी जानकारी कैसे मिली ?’, ऐसा प्रश्न पूछा जा रहा है । दूसरी ओर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस घटना पर, ‘प्रधानमंत्री नियोजित कार्यक्रमानुसार हेलिकॉप्टर से आने वाले थे । उन्होंने अचानक नियोजन बदलकर वाहन द्वारा आने का तय किया और इसकी जानकारी पुलिस का न देने के कारण यह घटनख हुई’, ऐसा आरोप किया है ।
#PMModi's first rally in poll-bound Punjab, scheduled to take place in #Ferozepur has been cancelled.https://t.co/XnzXP5y5PZ
— HT Punjab (@HTPunjab) January 5, 2022
केंद्रीय गृहमंत्रालय ने इस घटना के विषय में निवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा, ‘आज सुबह प्रधानमंत्री मोदी भटिंडा में पहुंचे । वहां से वे हुसैनवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक की ओर हेलिकॉप्टर से जाने वाले थे; लेकिन वर्षा हो रही थी और मौसम भी खराब था । इस कारण सुरक्षातंत्र ने मौसम साफ होने की लगभग २० मिनट राह देखी; लेकिन मौसम में सुधार न होने से मोदी ने वाहनों से नियोजित स्थल पर जाने का निर्णय लिया । यह यात्रा लगभग २ घंटे की थी । पंजाब पुलिस की ओर से ‘आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था की गई है’, ऐसा कहा गया । इसके बाद प्रधानमंत्री वाहन से यात्रा पर निकले । हुसैनवाला स्थित स्मारक से लगभग ३० कि.मी. पहले प्रधानमंत्री का काफिला फ्लाईओवर पर पहुंचा । तब कुछ आंदोलनकारी रास्ता रोक रहे हैं, ऐसा दिखाई दिया । इसमें प्रधानमंत्री मोदी को १५-२० मिनट वहां रुकना पडा । प्रधानमंत्री का समयपत्रक (शेड्यूल) और यात्रा की योजना पंजाब सरकार को पहले ही बता दी गई थी । प्रक्रिया के अनुसार उनकी सुरक्षा, उसी प्रकार आकस्मिक योजना तैयार रखने के लिए आवश्यक व्यवस्था पंजाब सरकार को करनी थी । इस कारण पंजाब सरकार को रास्ते से प्रधानमंत्री का दौरा सुरक्षित करने के लिए और यातायात रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था करनी चाहिए थी; लेकिन वैसा हुआ नहीं । इस सुरक्षा में हुई गलती के कारण प्रधानमंत्री मोदी के काफिले को भटिंडा एअरपोर्ट पर वापस लाया गया । इस विषय पर राज्य सरकार की ओर से विस्तृत रिपोर्ट मंगवाई गई है ।
अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दें कि, मैं कम से कम जीवित तो हूं ! – प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया
भटिंडा एअरपोर्ट पर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां की राज्य सरकार के कर्मचारियों को ‘अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दें कि, मैं भटिंडा एअरपोर्ट पर जीवित पहुंच सका’, ऐसा कहा । ए.एन.आई. वृत्त संस्था ने इस विषय का वृत्त दिया है ।