(कहते हैं) ‘सनातन धर्म नष्ट होना ही चाहिए !’

तमिलनाडु काँग्रेस के अध्यक्ष के.एस. अलागिरी का हिन्दू विरोधी विधान !

  • मुगल और ईसाई होने वाले ब्रिटिशों ने सनातन धर्म नष्ट करने का प्रयास किया; लेकिन ये दोनों इतिहास में समा गए और सनातन धर्म आज भी टिका है । पार्टी बनाकर डेढ सौ वर्ष हुए काँग्रेस पार्टी ने भी सनातन धर्म पर आघात करने का प्रयास किया; लेकिन सनातन धर्म ने सभी प्रयासों को निष्फल कर दिया । ‘कौए के श्राप से गाय नहीं मरती’, इस कथन के अनुसार ‘अलागिरी  कितना भी चिल्लाए, तो भी सनातन धर्म वैसा ही रहेगा’, यह उन्हें हमेशा के लिए ध्यान में रखना चाहिए !  – संपादक
  • पिछले ३ दशकों से जिहादी आतंकवाद ने देश को जकड रखा है और विश्व को भी परेशान कर रखा है, उसे नष्ट करने के विषय में एक भी शब्द न निकालने वाले काँग्रेस के नेता सनातन धर्म को नष्ट करने की भाषा करते हैं । इससे उनका हिन्दू द्वेष ध्यान में आता है ।  – संपादक
  • अधिकांश हिन्दुओं में धर्म का अभिमान न होने से उनके विरोध में इस प्रकार के विधान करने का साहस होने पर भी वे इसके विरोध में कानूनी कार्यवाही नहीं करते हैं, यह हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद ! – संपादक
तमिलनाडु काँग्रेस के अध्यक्ष के.एस. अलागिरी और वी.सी.के पार्टी प्रमुख थिरुमावलावन

चेन्नई (तमिलनाडु) – भाजपा की हार होनी चाहिए । सनातन धर्म नष्ट होना चाहिए । काँग्रेस गंठबंधन का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म नष्ट करना है । इसके लिए काँग्रेस को टिके रहना चाहिए, ऐसा विधान तमिलनाडु काँग्रेस के अध्यक्ष के.एस. अलागिरी ने ‘चाणक्या टीवी’ इस चैनल को दिए साक्षात्कार में किया है । तमिलनाडु काँग्रेस ने वी.सी.के. (विदुथलाई चिरुथाईगल कत्ची – स्वतंत्र (लिबरेशन) पैंथर पार्टी ) इस मित्र पार्टी के साथ गंठबंधन किया है । इस पर उनसे प्रश्न पूछा गया था । उस समय उन्होंने यह उत्तर दिया । इसके पहले २८ दिसंबर २०२१ के दिन काँग्रेस स्थापना दिन के कार्यक्रम में उपस्थितों को संबोधित करते हुए अलागिरी ने ‘धर्मनिरपेक्षता काँग्रेस की नीति है, जो किसी भी धर्म का विरोध नहीं करती । काँग्रेस हिन्दू धर्म के विरोध में नहीं है’ ऐसा विधान किया था । (काँग्रेस की धर्मनिरपेक्षता अर्थात् हिन्दू द्वेष है, यह अब हिन्दुओं ने जान लिया है । इस कारण यह पार्टी अब इतिहास बनने के मार्ग पर है ! – संपादक)

वर्ष २०१९ में वी.सी.के पार्टी के प्रमुख और विधायक थिरुमावलावन ने ‘राष्ट्र बचाओ, सनातन धर्म को पूर्ण रुप से नष्ट करो’ इस परिषद का आयोजन किया था । वी.सी.के. यह द्रमुक और काँग्रेस की मित्र पार्टी है । इस परिषद में दोनो पार्टियों के नेता सहभागी हुए थे ।