(कहती हैं) ‘मुझे हिन्दू होने पर लज्जा आती है !’ – अभिनेत्री स्वरा भास्कर

बांग्लादेश में गत कुछ दिनों में जिस प्रकार से हिन्दुओं पर आक्रमण हुए हैं, उसके संबंध में स्वरा भास्कर ने एक शब्द भी नहीं बोला है । इसे देखकर हिन्दुओं द्वारा ऐसा कहा जाए कि, ‘स्वरा भास्कर का हिन्दू होना ही हमारे लिए लज्जाजनक है’, तो इसमें अनुचित क्या है ?

हिन्दू विरोधी अभिनेताओं का एक समूह हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करता है ! – भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगडे

हिन्दू विरोधी विज्ञापन के कारण हेगडे का सिएट टायर कंपनी को पत्र

हिन्दुओं की धार्मिक संस्थाओं में केवल हिन्दुओं को नौकरी देने का नियम होते हुए भी मुसलमान युवकों की नौकरी के लिए मद्रास उच्च न्यायालय में याचिका

कितने हिन्दू मुसलमानों की धार्मिक संस्थाओं में नौकरी के लिए अरजी लगाते हैं और उनको नौकरी दी जाती है ? नौकरी ना दिए जाने पर कितने हिन्दू इस प्रकार से न्यायालय में जाकर जवाब मांगते हैं ?

भारत में हुआ १०० करोड नागरिकों का वैक्सिनेशन !

अन्य देशों में अभी तक ५० करोड भी वैक्सिनेशन पूर्ण नहीं हुआ है । अमेरिका में ४१ करोड वैक्सिनेशन हुआ है । इसके बाद ब्राजील में २६ करोड वैक्सिनेशन हुआ है ।

फर्रुखाबाद (उत्तरप्रदेश) में श्री बिसारी देवी के मंदिर में बौद्धों की ओर से तोडफोड

भगवा ध्वज निकालकर पंचशील ध्वज फहराया !
मंदिर की हानि भरपाई करने का उपजिलाधिकारी का लिखित आश्वासन

मंगलूरु के मंदिर में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड एवं चोरी !

कर्नाटक में भाजपा की सरकार होते हुए, हिन्दुओं के मंदिरों पर ऐसे आक्रमण होने की अपेक्षा नहीं है । हिन्दुओं को ऐसा ही लगता है, कि सरकार को सभी मंदिरों को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए !

किसानों को आंदोलन करने का अधिकार है ; परंतु, वे रास्तों को रोक नहीं सकते ! – सर्वोच्च न्यायालय ने किसानों को फटकारा 

नागरिकों को ऐसी शिकायत प्रविष्ट करने के लिए न्यायालय क्यों जाना पडता है ? प्रशासन, पुलिस एवं सरकार के यह ध्यान में क्यों नहीं आता ? अथवा वे जानबूझकर इसे अनदेखा कर रहे हैं तथा लोगों को कष्ट सहन करने के लिए बाध्य कर रहे हैं ?

प्रधानमंत्री शेख हसीना धार्मिक हिंसा के विरोध में है, तो उन्होंने ‘लज्जा’ इस कादंबरी पर लगा प्रतिबंध क्यों नहीं हटाया – कादंबरी की लेखिका तस्लिमा नसरीन का प्रश्न

२८ वर्ष पूर्व बांगलादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री खालिदा जिया ने उसपर प्रतिबंध लगाया । यदि अभी की प्रधानमंत्री शेख हसीना धार्मिक हिंसा के विरोध में है, तो उन्होंने पुस्तक पर लगा प्रतिबंध क्यों नहीं हटाया, ऐसा प्रश्न इस कादंबरी की लेखिका तस्लिमा नसरीन ने ट्वीट कर पूछा है ।

हम बांगलादेश से घबरा रहे हैं क्या ? – डॉ. सुब्रह्मण्यम् स्वामी का प्रश्न

बांगलादेश में हिन्दुओं पर हुए आक्रमणों का मामला

जबलपुर (मध्य प्रदेश) में, मुहम्मद पैगंबर का जन्मदिन मनाते समय धर्मांधों ने पुलिस पर किया आक्रमण !

पुलिस पर पथराव !
पुलिस द्वारा हुई लाठीमार एवं आंसू गैस के कनस्तर फोडें !