(कहते हैं) ‘द कश्मीर फाईल्स’ चलचित्र के द्वारा गंगा – जमुनी संस्कृति को तोडने का काम हो रहा है !

इस देश में तथाकथित गंगा- जमुनी संस्कृति के नाम पर अभी तक हिन्दुओं पर अत्याचार करने का काम हुआ और आज भी हो रहा है । हिन्दुओं को धर्माधों की ऐसी फंसाने वाली बातें समझकर, उन्हें सत्य गंभीरता से समझाना चाहिए !

(कहते हैं) ‘यह कहा जा रहा है कि, राष्ट्रवादी होने के लिए हिन्दू होना अनिवार्य है !’

भारत में रहते हुए, कश्यप ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ कहने वालों के संबंध में बोलने के लिए कभी अपना मुंह नहीं खोला । भारतीय जनता को इसी से पता चलता है कि, कौन राष्ट्रवादी है और कौन देशद्रोही !

रायसेन (मध्यप्रदेश) यहां हिन्दुओं पर आक्रमण करने वाले धर्मांधों के अवैध निर्माण पर प्रशासन की ओर से कार्यवाही

यदि इन धर्मांधों ने हिन्दुओं पर आक्रमण न किया होता, तो उनके अवैध निर्माण पर कार्यवाही न होती, ऐसे इस घटना से समझें क्या ?

पाक की ‘ओ.आई.सी.’ परिषद में चीन का सहभाग !

यह पाक और चीन का भारत पर दबाव लाने का प्रयास है ! आने वाले समय में सरकार एक ही समय पाक और चीन का सामना कैसे करेगी ?

कुशीनगर (उत्तर प्रदेश) में ‘द कश्मीर फाईल्स’ चलचित्र देखकर घर जानेवाले तीन हिन्दु युवकों पर धर्मांन्धों का आक्रमण !

जो कश्मीर में हिन्दुओं के सन्दर्भ में हुआ, वही आज उत्तर प्रदेश में हो रहा है तो यह हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद ! सरकार को इसका त्वरित अभिज्ञान लेकर सम्बन्धित लोगों पर कठोर कारवाई करनी चाहिए !

होली के दिन बेगूसराय (बिहार) में धर्मांध कट्टरपंथियों के आक्रमण में २० से अधिक हिन्दू घायल !

क्या ईद, क्रिसमस आदि जैसे अन्य संप्रदायों के त्योहारों के समय उन पर कभी आक्रमण होते हैं ? फिर हिन्दू त्योहारों के समय ही कट्टरपंथी, हिन्दुओं पर आक्रमण क्यों करते हैं ? धर्मनिरपेक्षतावादी इसका उत्तर कब देंगे ?

‘मुसलमानों के कत्लेआम पर भी फिल्म निर्माता को चलचित्र बनाना चाहिए !’

जब मुसलमानों के साथ अन्याय होता है, तो कम्युनिस्ट, धर्मनिरपेक्षतावादी, बुद्धिजीवी सभी हिंदुओं पर टूट पडते हैं ; किंतु, “सत्य खान” को यह ध्यान रखना चाहिए, कि जब कट्टरपंथी भीषण कांड करते हैं, तो उन्हें ढक दिया जाता है

अमरोहा (उत्तर प्रदेश) में नमाज पठन का समय होते ही, रंग खेलनेवालों पर पत्थरबाजी !

उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए, त्यौहार मनानेवाले हिन्दुओं पर पत्थरबाजी करने की धर्मांधों की हिम्मत होना, यह हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं । ऐसे लोगों पर सरकार कडी कारवाई करें !

पठानमथिट्टा (केरल) में अवयस्क लडकी का यौन शोषण करने वाला पादरी हिरासत में

ऐसी घटनाओं के विषय में निधर्मीवादी मुंह नहीं खोलते तथा प्रसारमाध्यम ऐसे वृत्त दबा देते हैं, यह ध्यान में रखें !