मंदिर और संतों के अपमान के विरोध में रायपुर (छत्तीसगढ) में संतों का आज आंदोलन

श्री पंच दिगंबर अनी आखाडा का महंत श्री राम बालक दासजी महाराज के संरक्षण के लिए  राज्यपाल को निवेदन देते हुए संत एवं महंत

बालोद (छत्तीसगढ) – यहां के जामडी पाटेश्वर धाम के मंदिर में पशुओं की हत्या कर मांस और रक्त मूर्ति पर डालने के मामले का गुनाह एक माह तक प्रविष्ट नहीं किया गया है । श्री पंच दिगंबर अनी और अखाडे के महंत श्री राम बालक दासजी महाराज का एक व्यक्ति द्वारा अपमान करना, महाराज के भक्तों को डराना, श्री हनुमानजी की मूर्ति तोडने की घटनाएं हुईं । इसके विरोध में रायपुर के शदाणी दरबार में एक बैठक आयोजित की गई थी । इस बैठक में विविध अखाडों के प्रमुख, सामाजिक संगठनों के प्रमुख आदि सहभागी हुए थे । इस बैठक में ७ जून के दिन साधु-संतों की उपस्थिति में आंदोलन करने का निश्चय किया गया है । इस बैठक में संत श्री युधिष्ठर लाल शदाणी, महंत सर्वेश्वर दास, महंत त्रिवेणी दास, महंत श्री राम बालक दासजी महाराज आदि उपस्थित थे ।

संपादकीय भूमिका

  • छत्तीसगढ में कांग्रेस की सरकार होने से हिन्दुओं के मंदिर और संतों का अपमान हो रहा है । ‘कांग्रेस का राज्य, अर्थात पाकिस्तानी शासन’ यही इससे स्पष्ट होता है ! 
  • संतों को आंदोलन करना पडता है ? सरकार और पुलिस स्वयं से कार्यवाही क्यों नहीं करती ?