S Jaishankar QUAD Meeting : जब तक चीन का दृष्टिकोण नहीं बदलेगा, दोनों देशों के संबंध नहीं सुधरेंगे !

विदेश मंत्री डाॅ. एस. जयशंकर ने चीन से कहा !

US India Partnership : भारत को ‘नाटो’ राष्ट्रों के समान ‘गठबंधन के मित्र’ का स्थान देने की मांग

अमेरिकी संसद में भारत से जुड़ा एक अहम बिल पेश किया गया

India Russia Relation : (और इनकी सुनिए…) ‘भारत को रूस से रहे संबंध का प्रयोग कर यूक्रेन युद्ध रोकना होगा !’ – अमेरिका

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने आवाहन कऱते हुए कहा, ‘ऱूस के भारत से पुराने एवं दृढ संबंध हैं तथा यह बात सभी जानते हैं ।

PM Modi Russia Visit : भारत एवं रूस के संबंध अधिक दृढ, जबकि अमेरिका का रूस को अलगथलग करने के प्रयासों को लगा झटका !

प्रधानमंत्री मोदी तथा रूस के राष्ट्रपति पुतिन की भेंट पर वैश्विक प्रसारमाध्यमों के सूर !

India Can End Ukraine War : भारत में रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने की क्षमता है! -अमेरिका

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मॉस्को में हुई भेट के पश्चात अमेरिका ने कहा है कि अमेरिका का मानना है कि भारत के पास रूस से बातचीत कर युद्ध रोकने की क्षमता है।

Sri Lanka China Relations : चीनी जासूसी नौकाओं पर से प्रतिबंध हटाने का श्रीलंका सरकार का निर्णय !

भारत का तनाव बढ़ेगा

S Jaishankar : विदेश मंत्री डाॅ. एस जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री से भेंट की

सीमा विवाद सुलझाने के प्रयास तेज करने पर दोनो सहमत हुए

US On India-Pakistan : विश्व का कोई भी देश आतंकवाद का विरोध करेगा, यह हमारा विश्वास है ! – अमेरिका

उन्होंने आगे कहा कि भारत ऐसा देश है, जिसके साथ हमारा‌ अनेक क्षेत्रों में अत्यंत दृढ़ संबंध है। ये क्षेत्र विशेषत: आर्थिक विषयों से संबंधित हैं।

INSTC Corridor : भारत और रूस के बीच के अंतरराष्ट्रीय महामार्ग में रूस पाकिस्तान को समाविष्ट करेगा !

विशेषज्ञों का कहना है कि ये दोनों महामार्ग जुड जाने से भारत की योजना की बडी हानि होनेवाली है, तो पाकिस्तान को बडा लाभ होनेवाला है ।

India China Direct Flights : भारत और चीन में सीधी विमान यातायात फिर से आरंभ करने का भारत द्वारा नकार !

गलवान में वर्ष २०२० में भारत का विश्वासघात करना चीन को महंगा पडा है। भारत ने पीछले ४ वर्षों से चीन से सीधी विमान सेवा बंद की है। उसे फिर से आरंभ करने की मांग चीन निरंतर कर रहा है। चीन की इस मांग का भारत ने फिर से एक बार अस्वीकार किया है।