India Pakistan Relation : (और इनकी सुनिए…) ‘भारत को चुनाव के अंतर्गत जम्मू-कश्मीर पर जूठे दावे बंद करने चाहिए !’ – पाकिस्तान की जलन

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जाहरा बलोच

नई देहली – पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जाहरा बलोच ने वक्तव्य देते हुए कहा, ‘चुनाव का राजनैतिक लाभ उठाने के लिए पाकिस्तान का नाम न लें । भारतीय नेताओं को जम्मू-कश्मीर पर जूठे दावे करना रोकना चाहिए ।’ २६ अप्रैल को पत्रकार परिषद में उपरोक्त दावा करते हुए उन्होंने कहा, ‘भारतीय नेताओं को अपने भाषण में मतों के लिए पाकिस्तान का सूत्र उठाना रोकना चाहिए ।’ उन्होंने जम्मू-कश्मीर के विषय में भारतीय नेताओं के सभी दावे अस्वीकार कर दिए है।

जाहरा बलोच ने आगे कहा, ‘पिछले कुछ समय से जम्मू-कश्मीर पर भारतीय नेताओं के भडकाउ भाषणों में वृद्धि हो रही है । यह अत्यंत चिंताजनक है। उनके ये वक्तव्य राष्ट्रवाद से प्रेरित हैं । इस कारण इस क्षेत्र की शांति भंग हो सकती है । भारतीय दावे ऐतिहासिक एवं कानूनी वास्तविकता के विरुद्ध है ।’

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर हमारा क्षेत्र था, है एवं रहेगा ! – राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ११ अप्रैल को मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक सभा में पाकिस्तान का उल्लेख करते हुए कहा था, ‘जम्मू-कश्मीर का जिस प्रकार से विकास हो रहा है, उस पर से मुझे लगता है, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीरी लोगों को लग रहा है कि उनका विकास केवल प्रधानमंत्री मोदीजी के हाथों ही संभव है । पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर हमारा क्षेत्र था, है एवं रहेगा !’

भारत के विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भी पत्रकार परिषद में कहा था, ‘पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का क्षेत्र नहीं, यह बात हम कभी भी स्वीकार नहीं करेंगे । वह भारत का ही भाग है, इस प्रकार भारत के सभी दलों की एक ही भूमिका है ।’

संपादकीय भूमिका 

  • तालिबान भारी पडने से पाकिस्तान को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर हाथ से निकल जाने का भय भी निर्माण हुआ है । अर्थात वह वास्तव होने के कारण ही उसके द्वारा निराशा के कारण ऐसे वक्तव्य दिए जा रहे है, इसमें आश्‍चर्य कैसा ?
  • कथित जूठे दावों को सत्य पुरवार करने के लिए रचे गए षड्‌यंत्र पर भारतीय रक्षा एवं कूटनैतिक तंत्र शीघ्र ही कार्यवाही करेंगे, यह बात पाकिस्तान को ध्यान में रखनी चाहिए !