युगादीबाद का ‘होसतोडकू’ (कर्नाटक का त्योहार) के दिन सरकार को झटका मांस उपलब्ध करवाने की व्यवस्था करनी चाहिए !

कर्नाटक के सभी हिन्दू संगठनों की मांग !

हिन्दुओं द्वारा हलाल मांस का बहिष्कार करने का आवाहन !

ऐसी मांग करने की परिस्थिति हिन्दुओं पर न आए । सरकार ने स्वयं ही यह व्यवस्था करना आवश्यक ! – संपादक

बंगलुरू (कर्नाटक) – हिन्दुओं को गुडीपाडवा के दूसरे दिन आने वाले ‘होसतोडकू’ इस त्योहार के समय हलाल मांस के स्थान पर झटका मांस का उपयोग करना चाहिए । हलाल मांस के माध्यम से उन्होंने पहले ही अल्ला को अपर्ण किया हुआ अर्थात जूठा मांस पुन: हिन्दू देवताओं को अपर्ण करना, यह हिन्दू धर्म के विरुद्ध है । इसके लिए प्रशासन ने हिन्दुओं के धार्मिक अधिकारों को ध्यान में रखकर राज्य में सभी जगह ‘झटका’ मांस मिलने की व्यवस्था करनी चाहिए, ऐसी मांग कर्नाटक के सभी हिन्दू संगठनों ने आयोजित की पत्रकार परिषद में की है ।

हलाल प्रमाणपत्र पर प्रतिबंध लगाए !

इन संगठनों की ओर से आगे कहा गया है कि, आज राज्य में हलाल उत्पादनों पर प्रतिबंध लगाने हेतु आवाज सुनाई दे रही है । हलाल प्रमाणपत्र के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था के समानान्तर ऐसी स्वतंत्र इस्लामी अर्थव्यवस्था निर्माण करने का काम इस्लामी संगठन कर रही हैं । यह देश की सुरक्षा के लिए बहुत ही खतरनाक है । देश में खाद्य उत्पादनों के विषय में प्रमाणपत्र देने के लिए एफ.एस.एस.ए.आइ. (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एथॉरिटी ऑफ इंडिया – भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) और एफ.डी.ए. (फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन – खाद्य और औषधि प्रशासन) जैसी अधिकृत सरकार संस्था होते हुए भी पैसा लेकर इस्लामी ढंग का प्रमाणपत्र देना यह धर्मनिरपेक्षता के विरुद्ध है और देश के बहुसंख्यक उद्योगपतियों पर, वंश परंपरा के अनुसार मांस का व्यापार करने वाले हिन्दू खटिक समुदाय पर किया गया अन्याय है । उनके आर्थिक हितों की रक्षा करने वाली संविधान की धारा ४६ का उल्लंघन है । इसके लिए हलाल प्रमाणपत्र पर तत्परता से प्रतिबंध लगाना चाहिए ।

हलाल और झटका मांस में भेद !

हलाल मांस अर्थात प्राणियों का मुख मक्के की दिशा में कर उनके गले की नस काटी जाती है और उन्हें तडपकर मरने दिया जाता है । इससे प्राणियों का रक्त बडी मात्रा में बहता है । इसके विपरीत हिन्दू और सिख धर्म में ‘झटका’ ढंग से प्राणियों की हत्या की जाती है । इसमें प्राणियों की गर्दन एक ही झटके में काटी जाने से उन्हें कम मात्रा में कष्ट होता है ।

इस पत्रकार परिषद में विविध हिन्दू संगठनों के निम्न पदाधिकारी उपस्थित थे ।

१. श्री. मोहन गौडा, राज्य प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

२. श्री. मुनी गौडा, संस्थापक, हिन्दसी झटका मीट, बंगलुरू

३. श्री. गोपालकृष्ण, प्रांत प्रमुख, बंगलुरू उत्तरभाग, हिन्दू जागरण वेदिके

४. श्री. रामू, विश्व हिन्दू परिषद, बंगलुरु

५. श्री. सुरेश जैन, अध्यक्ष, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा

६. श्री. एस. भास्करन्, अध्यक्ष, विश्व सनातन परिषद, बंगलुरू

७. सौ. शुभा बी. नायक, अधिवक्ता, बंगलुरू उच्च न्यायालय